दिल्ली में नए भारतीय न्याय संहिता के तहत पहला मामला दर्ज

दिल्ली में नए भारतीय न्याय संहिता के तहत पहला मामला दर्ज

दिल्ली में नए भारतीय न्याय संहिता के तहत पहला मामला दर्ज

नए भारतीय न्याय संहिता, 2023 के तहत पहला एफआईआर दिल्ली के कमला मार्केट पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया। यह नया कानून भारतीय दंड संहिता (IPC) को अद्यतन अनुभागों और नए प्रावधानों के साथ बदलता है।

मामले का विवरण

बिहार के बाढ़ के रहने वाले एक सड़क विक्रेता पंकज कुमार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 285 के तहत आरोप लगाया गया। उन पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास एक फुट ओवर ब्रिज को तंबाकू और पानी बेचकर अवरुद्ध करने का आरोप है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही थी। जब पुलिस ने उन्हें हटने के लिए कहा, तो उन्होंने अधिकारियों की बात को नजरअंदाज कर दिया।

कानून में बदलाव

भारतीय न्याय संहिता में 358 अनुभाग हैं, जो IPC के 511 अनुभागों को बदलते हैं। इसमें 20 नए अपराध शामिल हैं, 33 अपराधों के लिए सजा बढ़ाई गई है, और 83 अपराधों के लिए जुर्माना बढ़ाया गया है। 23 अपराधों के लिए अनिवार्य न्यूनतम सजा जोड़ी गई है, और छह अपराधों के लिए सामुदायिक सेवा दंड जोड़ा गया है। इसके अलावा, 19 अनुभाग हटा दिए गए हैं।

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता CrPC को 531 अनुभागों के साथ बदलती है, जिसमें 177 बदलाव, नौ नए अनुभाग, और 39 नए उप-अनुभाग जोड़े गए हैं। इसमें 44 नए प्रावधान और स्पष्टीकरण, 35 अनुभागों के लिए समयसीमा, और 35 स्थानों पर ऑडियो-वीडियो प्रावधान शामिल हैं। चौदह अनुभाग हटा दिए गए हैं।

भारतीय साक्ष्य अधिनियम भारतीय साक्ष्य अधिनियम को 170 प्रावधानों के साथ बदलता है, जिसमें दो नए प्रावधान और छह उप-प्रावधान जोड़े गए हैं, जबकि छह प्रावधान हटा दिए गए हैं।

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