राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संसद में पहला संबोधन: अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संसद में पहला संबोधन: अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संसद में पहला संबोधन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संयुक्त सत्र को संबोधित करने से पहले विभिन्न देशों के प्रतिनिधि भारतीय संसद में पहुंचे। यह तीसरी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के गठन के बाद उनका पहला राष्ट्रपति संबोधन है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों का आगमन

इज़राइल के भारत में राजदूत नाओर गिलोन और सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वोंग उन प्रतिनिधियों में शामिल थे जिन्हें संसद में स्वागत किया गया।

संबोधन से उम्मीदें

कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक अच्छे भाषण की उम्मीद जताई, यह कहते हुए कि यह राष्ट्रपति के विचारों को प्रतिबिंबित करना चाहिए न कि सरकार के। एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि राष्ट्रपति का संबोधन एक परंपरा है और आमतौर पर यह सरकार का भाषण होता है।

ओम बिरला फिर से लोकसभा अध्यक्ष चुने गए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा प्रस्तावित एक प्रस्ताव के बाद ओम बिरला को फिर से लोकसभा अध्यक्ष चुना गया। बिरला ने 18वीं लोकसभा को रचनात्मक सोच और नए विचारों का केंद्र बनाने का आह्वान किया, जिसका उद्देश्य विकसित भारत के संकल्प को पूरा करना है।

राजनीतिक संदर्भ

यह सत्र आम चुनावों के बाद का पहला सत्र है, जिसमें एनडीए ने 293 सीटें जीतीं और इंडिया ब्लॉक ने 234 सीटें जीतीं। हालांकि, भाजपा ने अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं किया, उसने 240 सीटें जीतीं।

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