Site icon रिवील इंसाइड

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में: AAP ने इसे BJP की साजिश बताया

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में: AAP ने इसे BJP की साजिश बताया

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में: AAP ने इसे BJP की साजिश बताया

नई दिल्ली, 29 जून: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति मामले में 12 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता गोपाल राय ने इसे भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार की ‘साजिश’ बताया, और दावा किया कि AAP के मंत्रियों और मुख्यमंत्री को ‘फर्जी मामलों’ में जेल भेजा गया है।

न्यायिक हिरासत

दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला किया। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के वकील डीपी सिंह ने तर्क दिया कि केजरीवाल ने जांच में सहयोग नहीं किया और टालमटोल जवाब दिए। CBI ने उन पर दिल्ली की नई शराब नीति 2021-22 के तहत थोक विक्रेताओं के लिए लाभ मार्जिन बढ़ाने का उचित स्पष्टीकरण न देने का आरोप लगाया।

आरोप और आरोपण

CBI ने यह भी आरोप लगाया कि COVID-19 की दूसरी लहर के चरम पर, संशोधित शराब नीति को कैबिनेट द्वारा जल्दबाजी में मंजूरी दी गई थी। उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल के करीबी सहयोगी विजय नायर ने शराब व्यवसाय के विभिन्न हितधारकों के साथ बैठकें कीं और नीति में अनुकूल प्रावधानों के लिए अवैध भुगतान की मांग की। इसके अलावा, CBI ने केजरीवाल पर गोवा विधानसभा चुनावों के लिए उनकी पार्टी द्वारा 44.54 करोड़ रुपये के हस्तांतरण के बारे में सवालों से बचने का आरोप लगाया।

गोपाल राय का बयान

गोपाल राय ने कहा, ‘हमारे मंत्रियों और मुख्यमंत्री को फर्जी मामलों में जेल भेजा गया है। यह BJP सरकार की साजिश है। तथ्य भी सामने आ चुके हैं। ट्रायल कोर्ट ने मुख्यमंत्री को जमानत दी थी। ट्रायल कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई सबूत नहीं था। ED ने आदेश की प्रति लिए बिना हाई कोर्ट का रुख किया। बिना सुनवाई के जमानत पर रोक लगा दी गई… यह दिल्ली सरकार और AAP को नष्ट करने का अभियान है… हमें जल्द ही कोर्ट से सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है।’

हाई कोर्ट का फैसला

दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में केजरीवाल की जमानत आदेश पर रोक लगा दी, यह कहते हुए कि ट्रायल कोर्ट को PMLA की धारा 45 के तहत शर्तों की पूर्ति के साथ अपनी संतुष्टि दर्ज करनी चाहिए थी।

Exit mobile version