मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एकता नगर में सरदार सरोवर बांध स्थल का दौरा कर नर्मदा नदी का सम्मान किया। इस साल अच्छी बारिश के कारण बांध का जल स्तर अपने अधिकतम 138.68 मीटर तक पहुंच गया है।
सरदार सरोवर बांध, जो नर्मदा योजना का हिस्सा है, की कुल जल भंडारण क्षमता 9460 मिलियन क्यूबिक मीटर है। यह 11 अगस्त से बह रहा है और 51 दिनों से बह रहा है, जिसमें कुल 10,012 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी आ चुका है।
मानसून के दौरान, बांध ने 1343 मेगावाट बिजली उत्पन्न की, और अब तक 6283 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 10,014 गांवों, 183 शहरों और 7 नगरपालिका क्षेत्रों को पीने का पानी उपलब्ध कराया, जिससे 4 करोड़ लोग लाभान्वित हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांध के निर्माण को तेजी से पूरा किया, जिसका उद्घाटन उनके जन्मदिन, 17 सितंबर, 2017 को हुआ था। तब से, बांध ने पांच बार अपने अधिकतम स्तर को छू लिया है। इस ओवरफ्लो ने गुजरात में 10 नदियों को पुनर्जीवित किया है और कई जलाशयों और झीलों को भर दिया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सरदार सरोवर बांध की जल शक्ति की पूजा करने की परंपरा को जारी रखा, जो राज्य की प्रगति और जल आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री एक भारतीय राज्य में सरकार का प्रमुख होता है, जैसे स्कूल में प्रधानाचार्य होता है लेकिन पूरे राज्य के लिए।
भूपेंद्र पटेल वर्तमान में गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री हैं।
नर्मदा नदी भारत की प्रमुख नदियों में से एक है, जो मध्य भारत से बहती है और कई लोगों को पानी प्रदान करती है।
सरदार सरोवर बांध गुजरात में नर्मदा नदी पर बना एक बड़ा बांध है, जो पानी संग्रहित करने और बिजली उत्पन्न करने के लिए बनाया गया है।
138.68 मीटर बांध में पानी के स्तर की ऊंचाई है, जो बहुत ऊंची है और इसका मतलब है कि बांध पूरा भर गया है।
मेगावाट बिजली मापने की एक इकाई है। 1343 मेगावाट बहुत अधिक बिजली है, जो कई घरों और कारखानों को बिजली प्रदान करने के लिए पर्याप्त है।
नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं, देश के नेता हैं, जैसे क्रिकेट टीम का कप्तान होता है लेकिन पूरे देश के लिए।
उद्घाटन का मतलब है आधिकारिक रूप से खोलना या शुरू करना। बांध का आधिकारिक उद्घाटन 2017 में हुआ था।
पुनर्जीवित का मतलब है फिर से नया या ताजा बनाना। बहते हुए पानी ने 10 नदियों और कई झीलों को फिर से भरपूर और ताजा बना दिया है।
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