जेपी नड्डा ने ‘स्टॉप डायरिया अभियान 2024’ की शुरुआत की, बच्चों की जान बचाने का लक्ष्य

जेपी नड्डा ने ‘स्टॉप डायरिया अभियान 2024’ की शुरुआत की, बच्चों की जान बचाने का लक्ष्य

जेपी नड्डा ने ‘स्टॉप डायरिया अभियान 2024’ की शुरुआत की

नई दिल्ली, 24 जून: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने घोषणा की कि सरकार के प्रयासों से डायरिया के कारण बच्चों की मौतों में कमी आई है। उन्होंने दिल्ली में ‘स्टॉप डायरिया अभियान 2024’ की शुरुआत के दौरान यह बात कही।

मुख्य पहल

नड्डा ने मिशन इंद्रधनुष, रोटावायरस वैक्सीन और स्टॉप डायरिया अभियान के बीच संबंध को उजागर किया। उन्होंने बताया कि भारत 2014 में रोटावायरस वैक्सीन को पेश करने वाला पहला देश था। अन्य पहलों जैसे राष्ट्रीय जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत अभियान और आयुष्मान आरोग्य मंदिर नेटवर्क ने भी डायरिया के मामलों को कम करने में मदद की है।

स्वास्थ्य कर्मियों का महत्व

नड्डा ने स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने और उनकी क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने राज्यों की तैयारी की सराहना की और जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि स्वास्थ्य कर्मी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की सफलता को स्टॉप डायरिया अभियान में भी दोहरा सकते हैं।

अन्य मंत्रियों का समर्थन

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और जाधव पतराप्राओ गणपताराओ ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने अभियान के लिए लोगो, पोस्टर और रेडियो स्पॉट जैसे सामग्री जारी की और बच्चों को ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट्स (ORS) और जिंक टैबलेट वितरित किए।

अधिकारियों के बयान

जाधव पतराप्राओ ने डायरिया की रोकथाम के महत्व पर जोर दिया और अधिकारियों से स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। अनुप्रिया पटेल ने डायरिया के कारण बच्चों की मौतों को रोकने के लिए अधिक प्रयास करने का आह्वान किया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा और स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने भी अभियान के लक्ष्यों और रणनीतियों के बारे में बात की।

अभियान का विवरण

स्टॉप डायरिया अभियान 2024 का लक्ष्य डायरिया से शून्य बाल मृत्यु प्राप्त करना है। यह अभियान दो चरणों में चलेगा: तैयारी चरण 14 जून से 30 जून 2024 तक और अभियान चरण 1 जुलाई से 31 अगस्त 2024 तक। प्रमुख गतिविधियों में ORS और जिंक को-पैकेज का वितरण, ORS-जिंक कॉर्नर की स्थापना और जागरूकता बढ़ाने के प्रयास शामिल हैं।

बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय विभिन्न मंत्रालयों के साथ मिलकर बाल मृत्यु दर को कम करने और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण सुनिश्चित कर रहा है।

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