राजस्थान और कर्नाटक में भारत के बड़े नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएँ

राजस्थान और कर्नाटक में भारत के बड़े नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएँ

राजस्थान और कर्नाटक में भारत के बड़े नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएँ

भारतीय सरकार ने दो बड़े इंटर स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (ISTS) परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनमें कुल निवेश 13,595 करोड़ रुपये का है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राजस्थान और कर्नाटक से 9 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का स्थानांतरण करना है।

राजस्थान परियोजना

पहली परियोजना में लगभग 12,241 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है और यह राजस्थान के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र (REZ) पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य फतेहगढ़ कॉम्प्लेक्स (1 गीगावाट), बाड़मेर कॉम्प्लेक्स (2.5 गीगावाट), और नागौर (मेर्टा) कॉम्प्लेक्स (1 गीगावाट) से 4.5 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा को निकालना है। यह ऊर्जा फतेहपुर, ओराई, और मैनपुरी क्षेत्र, उत्तर प्रदेश में भेजी जाएगी। इस परियोजना को दो वर्षों में पूरा करने की योजना है।

कर्नाटक परियोजना

दूसरी परियोजना, जिसकी लागत 1,354 करोड़ रुपये है, कर्नाटक के कोप्पल और गडग क्षेत्रों से 4.5 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा को निकालने का काम करेगी। इस परियोजना को जून 2027 तक पूरा करने की योजना है। दोनों परियोजनाओं को टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (TBCB) मोड के माध्यम से लागू किया जाएगा।

ये पहलें भारत के 2030 तक 200 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा स्थापित करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य का हिस्सा हैं, जो कुल 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में से है।

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