C-DAC और AICTE ने भारत में सुपरकंप्यूटिंग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समझौता किया

C-DAC और AICTE ने भारत में सुपरकंप्यूटिंग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समझौता किया

C-DAC और AICTE ने भारत में सुपरकंप्यूटिंग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समझौता किया

सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) ने नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन (MoA) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग (HPC) और संबंधित क्षेत्रों में मानव संसाधन विकास को बढ़ावा देना है।

मुख्य गतिविधियाँ

इस समझौते में शामिल हैं:

  • मास्टर ट्रेनर प्रोग्राम
  • गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम
  • शिक्षा मंत्रालय के SWAYAM प्लेटफॉर्म पर कोर्स

इन कार्यक्रमों का उद्देश्य HPC में शिक्षण कौशल को सुधारना, कोर्स को उद्योग की आवश्यकताओं के साथ संरेखित करना और AICTE के माध्यम से नामांकित संस्थानों को C-DAC के HPC लर्निंग प्लेटफॉर्म जैसे PARAM Shavak और PARAM Vidya की पेशकश करना है।

लक्ष्य और प्रभाव

इस पहल का उद्देश्य सतत मानव संसाधन विकास को बढ़ावा देना, नवाचार को प्रोत्साहित करना और HPC उद्योग और अकादमिक क्षेत्र की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करना है। श्री एस. कृष्णन ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) के तहत HPC-साक्षर मानव संसाधन विकास गतिविधि अब देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में व्यापक दर्शकों तक पहुंचेगी। प्रोफेसर टी. जी. सिथाराम ने बताया कि यह पहल NSM के लक्ष्यों और NEP 2020 की दृष्टि के साथ संरेखित है, जिससे भारत की तकनीकी शिक्षा प्रणाली वैश्विक प्रगति के अग्रणी बनी रहेगी।

प्रशिक्षण और संसाधन

AICTE की C-DAC के साथ साझेदारी AICTE से संबद्ध कॉलेजों में HPC शिक्षा को बढ़ावा देगी। लगभग 1,000 इंजीनियरिंग कॉलेजों के 2,500 फैकल्टी सदस्यों को 50 फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (FDP) के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा। ये संसाधन लगभग 50,000 छात्रों को HPC विषयों पर शिक्षित करेंगे, और जागरूकता कार्यक्रम 100,000 छात्रों तक पहुंचेंगे। इसके अतिरिक्त, AICTE से संबद्ध संस्थानों में 50 PARAM Shavak सुपरकंप्यूटिंग समाधान स्थापित किए जाएंगे, जिससे छात्रों को सुपरकंप्यूटर के साथ व्यावहारिक अनुभव मिलेगा।

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