टीएस तिरुमूर्ति ने भारत की भूमिका को BRICS में महत्वपूर्ण बताया

टीएस तिरुमूर्ति ने भारत की भूमिका को BRICS में महत्वपूर्ण बताया

टीएस तिरुमूर्ति ने BRICS में भारत की भूमिका को रेखांकित किया

टीएस तिरुमूर्ति, जो संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि रहे हैं, ने BRICS में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि BRICS ‘वेस्ट विरोधी समूह’ न बने बल्कि ‘गैर-वेस्ट समूह’ बना रहे। तिरुमूर्ति का मानना है कि भारत अपने डिजिटल प्रगति जैसे UPI के माध्यम से वैश्विक तनाव को स्थिर कर सकता है।

प्रधानमंत्री मोदी के प्रयास और रूस यात्रा

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की BRICS को मजबूत करने के लिए प्रशंसा की। हाल ही में पीएम मोदी ने रूस का दौरा किया, जहां उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन से मुलाकात की। अपनी यात्रा से पहले, पीएम मोदी ने BRICS के प्रति भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की, जो विकास, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक सहयोग पर वैश्विक चर्चाओं में महत्वपूर्ण है। नए सदस्यों के साथ BRICS का विस्तार इसकी समावेशिता और वैश्विक प्रभाव को बढ़ा रहा है।

Doubts Revealed


टीएस तिरुमूर्ति -: टीएस तिरुमूर्ति एक पूर्व भारतीय राजनयिक हैं। राजनयिक वे लोग होते हैं जो अपने देश का प्रतिनिधित्व अन्य देशों में करते हैं और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर काम करते हैं।

ब्रिक्स -: ब्रिक्स पाँच देशों का समूह है: ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, और दक्षिण अफ्रीका। वे आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर मिलकर काम करते हैं ताकि दुनिया को बेहतर बना सकें।

पीएम मोदी -: पीएम मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं। वे भारतीय सरकार के नेता हैं और अंतरराष्ट्रीय बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं।

रूस -: रूस पूर्वी यूरोप और उत्तरी एशिया में एक बड़ा देश है। यह ब्रिक्स समूह के देशों में से एक है।

राष्ट्रपति पुतिन -: राष्ट्रपति पुतिन रूस के नेता हैं। वे भारत के प्रधानमंत्री की तरह हैं लेकिन रूस के लिए।

राष्ट्रपति पेज़ेश्कियन -: यह एक गलती लगती है, क्योंकि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी हैं। ईरान मध्य पूर्व का एक देश है, और इसके नेता कभी-कभी अन्य देशों के नेताओं से महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिलते हैं।

जलवायु परिवर्तन -: जलवायु परिवर्तन पृथ्वी के मौसम के पैटर्न में बदलाव को संदर्भित करता है, जो अक्सर मानव गतिविधियों के कारण होता है। यह एक महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दा है जिस पर ब्रिक्स जैसे देश समाधान खोजने के लिए चर्चा करते हैं।

आर्थिक सहयोग -: आर्थिक सहयोग का मतलब है कि देश अपनी अर्थव्यवस्थाओं को सुधारने के लिए मिलकर काम करते हैं। इसमें व्यापार, निवेश, और संसाधनों को साझा करना शामिल हो सकता है ताकि एक-दूसरे की वृद्धि में मदद मिल सके।

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