BRICS 2024 शिखर सम्मेलन: विकासशील देशों की आवाज़ को बढ़ावा
हाल ही में रूस में संपन्न हुए BRICS 2024 शिखर सम्मेलन में, भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने विकासशील देशों की आवाज़ को मजबूत करने के लिए इस समूह के मिशन पर जोर दिया। नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, अलीपोव ने स्पष्ट किया कि BRICS का उद्देश्य मौजूदा अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सुधार करना है, न कि उन्हें बदलना। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया को वैश्विक मुद्दों के समाधान में विकासशील देशों को समान भागीदार के रूप में मान्यता देनी चाहिए।
वैश्विक संघर्षों का समाधान
अलीपोव ने यूक्रेन, मध्य पूर्व, अफगानिस्तान और अफ्रीका में संघर्षों के मूल कारणों को हल करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने इन मुद्दों के समाधान के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निर्णयों के कार्यान्वयन की मांग की।
भारत-चीन संबंध
राजदूत ने BRICS शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक पर संतोष व्यक्त किया। अलीपोव ने भारत और चीन के बीच स्थिर और सकारात्मक संबंधों के लिए रूस के समर्थन पर जोर दिया, और दोनों देशों के बीच संवाद और विश्वास के महत्व को रेखांकित किया।
BRICS शिखर सम्मेलन की मुख्य बातें
पहली बार विस्तारित प्रारूप में आयोजित BRICS शिखर सम्मेलन में 35 देशों के नेता शामिल हुए। चर्चाओं का केंद्र विकास के मुद्दे, वैश्विक शासन सुधार और ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए सहयोग को बढ़ावा देना था।
Doubts Revealed
रूसी राजदूत -: एक रूसी राजदूत वह व्यक्ति होता है जो रूस का प्रतिनिधित्व किसी अन्य देश में करता है। इस मामले में, डेनिस अलीपोव भारत में रूसी राजदूत हैं, जिसका अर्थ है कि वह भारत में काम करते हैं ताकि रूस और भारत के बीच अच्छे संबंध बनाए रख सकें।
ब्रिक्स -: ब्रिक्स पांच देशों का समूह है: ब्राजील, रूस, भारत, चीन, और दक्षिण अफ्रीका। ये देश मिलकर वैश्विक मुद्दों पर चर्चा और समाधान करते हैं, विशेष रूप से वे जो विकासशील देशों को प्रभावित करते हैं।
विकासशील देश -: विकासशील देश वे राष्ट्र होते हैं जो अभी भी अपनी अर्थव्यवस्था और जीवन स्तर को सुधार और बढ़ा रहे हैं। इन्हें अक्सर अधिक समर्थन की आवश्यकता होती है ताकि वे समृद्ध देशों के समान विकास स्तर तक पहुँच सकें।
अंतरराष्ट्रीय संगठन -: अंतरराष्ट्रीय संगठन वे समूह होते हैं जिनमें कई देश एक साथ मिलकर सामान्य लक्ष्यों पर काम करते हैं, जैसे कि संयुक्त राष्ट्र। ये संगठन शांति, स्वास्थ्य, और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर देशों को सहयोग करने में मदद करते हैं।
वैश्विक संघर्ष -: वैश्विक संघर्ष वे लड़ाई या युद्ध होते हैं जो विभिन्न देशों या समूहों के बीच दुनिया के विभिन्न हिस्सों में होते हैं। ये संघर्ष जीवन की हानि, विनाश, और अस्थिरता जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
यूक्रेन, मध्य पूर्व, अफगानिस्तान, अफ्रीका -: ये वे क्षेत्र या देश हैं जहाँ संघर्ष या युद्ध हुए हैं। यूक्रेन पूर्वी यूरोप में है, मध्य पूर्व एक क्षेत्र है जिसमें सीरिया और इराक जैसे देश शामिल हैं, अफगानिस्तान दक्षिण एशिया में है, और अफ्रीका एक महाद्वीप है जिसमें कई देश हैं।
भारत-चीन संबंध -: भारत-चीन संबंध भारत और चीन देशों के बीच के संबंधों को संदर्भित करते हैं। इन दो बड़े देशों के लिए स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध होना महत्वपूर्ण है क्योंकि वे पड़ोसी हैं और दुनिया में उनका बहुत प्रभाव है।
वैश्विक शासन सुधार -: वैश्विक शासन सुधार का अर्थ है कि देशों के बीच वैश्विक मुद्दों पर निर्णय लेने के तरीके को बदलना। इसका लक्ष्य इन प्रक्रियाओं को सभी देशों के लिए, विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए, अधिक न्यायसंगत और प्रभावी बनाना है।