कर्नाटक के नेताओं ने सीएम सिद्धारमैया को राज्यपाल के नोटिस पर प्रतिक्रिया दी

कर्नाटक के नेताओं ने सीएम सिद्धारमैया को राज्यपाल के नोटिस पर प्रतिक्रिया दी

कर्नाटक के नेताओं ने सीएम सिद्धारमैया को राज्यपाल के नोटिस पर प्रतिक्रिया दी

बेंगलुरु, कर्नाटक – कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) घोटाले के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके जवाब में, कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं ने इस कदम को ‘राजनीतिक रूप से प्रेरित’ बताया और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर राज्यपाल के कार्यालय का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि बीजेपी राज्य सरकार के खिलाफ राज्यपाल के कार्यालय का उपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की जाएगी और इस नोटिस को राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया।

कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडू राव ने भी इसी तरह की भावनाएं व्यक्त कीं, उन्होंने बीजेपी पर विभिन्न राज्यों में राजभवन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और राज्यपाल को बीजेपी का ‘कठपुतली’ बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस मुद्दे पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की जाएगी।

राज्य के कानून और संसदीय कार्य मंत्री एचके पाटिल ने कहा कि कारण बताओ नोटिस ‘गलत आधार’ पर आधारित था और मुख्यमंत्री ने इस चर्चा की अध्यक्षता के लिए उपमुख्यमंत्री को नामित किया था।

उपमुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि वह कैबिनेट बैठक के बाद विस्तृत स्पष्टीकरण देंगे। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जहां उन्होंने बेंगलुरु की बढ़ती जनसंख्या और राजस्व उत्पन्न करने वाले शहर के रूप में इसकी महत्वपूर्णता के लिए सहायता मांगी थी।

पृष्ठभूमि

27 जुलाई को सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा की शिकायत के बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सीएम सिद्धारमैया और नौ अन्य ने MUDA से मुआवजा प्राप्त करने के लिए दस्तावेजों को जाली बनाया, जिसमें करोड़ों रुपये के फर्जी दस्तावेज और प्लॉट शामिल हैं।

Doubts Revealed


गवर्नर -: एक गवर्नर भारत में एक राज्य के राष्ट्रपति की तरह होता है। उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है और उनके पास विभिन्न कर्तव्य होते हैं, जिनमें राज्य सरकार की देखरेख करना शामिल है।

सीएम सिद्दारमैया -: सीएम का मतलब चीफ मिनिस्टर होता है। सिद्दारमैया वर्तमान में कर्नाटक के चीफ मिनिस्टर हैं, जिसका मतलब है कि वे राज्य सरकार के प्रमुख हैं।

मूडा -: मूडा का मतलब मैसूरु अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी होता है। यह एक संगठन है जो कर्नाटक के मैसूरु शहर की योजना और विकास के लिए जिम्मेदार है।

शो-कॉज नोटिस -: एक शो-कॉज नोटिस एक दस्तावेज होता है जो किसी से उनके द्वारा किए गए कार्यों को समझाने या न्यायोचित ठहराने के लिए कहता है। इस मामले में, गवर्नर चीफ मिनिस्टर से मूडा घोटाले से संबंधित उनके कार्यों को समझाने के लिए कह रहे हैं।

घोटाला -: एक घोटाला एक बेईमान योजना या धोखाधड़ी होती है। यहाँ, यह मैसूरु अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी से संबंधित कथित गलत कामों को संदर्भित करता है।

गृह मंत्री जी परमेश्वर -: गृह मंत्री एक सरकारी अधिकारी होते हैं जो आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार होते हैं। जी परमेश्वर वर्तमान में कर्नाटक के गृह मंत्री हैं।

मंत्री दिनेश गुंडू राव -: दिनेश गुंडू राव कर्नाटक सरकार के एक और महत्वपूर्ण नेता हैं। वे एक मंत्री पद पर हैं, जिसका मतलब है कि वे एक विशिष्ट विभाग या शासन क्षेत्र के प्रभारी हैं।

बीजेपी -: बीजेपी का मतलब भारतीय जनता पार्टी होता है। यह भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है।

उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार -: उपमुख्यमंत्री राज्य सरकार में दूसरे स्थान पर होते हैं। डीके शिवकुमार वर्तमान में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री हैं।

कैबिनेट बैठक -: कैबिनेट बैठक सरकार के शीर्ष नेताओं की एक सभा होती है जिसमें महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाती है और निर्णय लिए जाते हैं।

दस्तावेज़ जालसाजी -: दस्तावेज़ जालसाजी का मतलब नकली दस्तावेज बनाना या असली दस्तावेजों को बदलना होता है ताकि लोगों को धोखा दिया जा सके। यह अवैध है और इसे एक गंभीर अपराध माना जाता है।

मुआवजा दावा -: मुआवजा दावा नुकसान या क्षति की भरपाई के लिए पैसे या अन्य लाभों के लिए अनुरोध होते हैं। इस संदर्भ में, यह मूडा से संबंधित दावों को संदर्भित करता है।

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