ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पहले बीजेपी बजट की घोषणा की और जगन्नाथ मंदिर का खजाना खोला
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गुरुवार को घोषणा की कि बीजेपी सरकार 25 जुलाई को विधानसभा में अपना पहला बजट पेश करेगी। इस बजट का उद्देश्य राज्य के लोगों और समुदायों को सशक्त बनाना है। माझी ने जोर देकर कहा कि अब लोग सीधे मुख्यमंत्री से संपर्क कर सकेंगे, जो पिछले 24 वर्षों से नहीं हो पाया था।
माझी ने पिछले बीजेडी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार (खजाना) को सही तरीके से नहीं संभाला। उन्होंने बताया कि आज रत्न भंडार को खोला गया ताकि आभूषणों और कीमती वस्तुओं को आंतरिक कक्षों से एक अस्थायी स्थान पर स्थानांतरित किया जा सके, जो ओडिशा सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOPs) का पालन करते हुए किया गया।
न्यायमूर्ति बिस्वनाथ रथ की अध्यक्षता वाली निरीक्षण समिति ने इस प्रक्रिया की निगरानी की, और SOPs के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था की गई। पुरी के राजा, गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब ने मंदिर का दौरा किया और पुष्टि की कि आभूषणों का स्थानांतरण शाम तक पूरा हो जाएगा।
Doubts Revealed
ओडिशा -: ओडिशा भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित एक राज्य है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति और धरोहर के लिए जाना जाता है, जिसमें पुरी का प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर शामिल है।
सीएम -: सीएम का मतलब मुख्यमंत्री होता है, जो एक भारतीय राज्य में सरकार का प्रमुख होता है।
मोहन चरण माझी -: मोहन चरण माझी ओडिशा के मुख्यमंत्री हैं और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्य हैं, जो भारत की एक राजनीतिक पार्टी है।
बीजेपी -: बीजेपी का मतलब भारतीय जनता पार्टी है, जो भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है।
बजट -: बजट एक योजना है जो दिखाती है कि सरकार द्वारा पैसा कैसे खर्च किया जाएगा और कैसे कमाया जाएगा।
बीजेडी -: बीजेडी का मतलब बीजू जनता दल है, जो भारत की एक और राजनीतिक पार्टी है, जो पहले ओडिशा में सत्ता में थी।
रत्न भंडार -: रत्न भंडार श्री जगन्नाथ मंदिर का खजाना घर है, जहां मूल्यवान वस्तुएं रखी जाती हैं।
श्री जगन्नाथ मंदिर -: श्री जगन्नाथ मंदिर पुरी, ओडिशा में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है, जो भगवान जगन्नाथ को समर्पित है।
एसओपी -: एसओपी का मतलब स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर है, जो विस्तृत दिशानिर्देश होते हैं कि कार्यों को सुरक्षित और सही तरीके से कैसे किया जाए।
गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब -: गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब पुरी के राजा हैं, जो एक औपचारिक उपाधि है, और वे जगन्नाथ मंदिर के अनुष्ठानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।