चीन ने अमेरिका-ताइवान $1.988 बिलियन हथियार सौदे की निंदा की
चीन ने हाल ही में अमेरिका और ताइवान के बीच हुए $1.988 बिलियन के हथियार सौदे पर कड़ी आपत्ति जताई है। इस सौदे में उन्नत मिसाइल और रडार सिस्टम शामिल हैं, जिसे चीन एक-चीन सिद्धांत का उल्लंघन और अपनी संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानता है।
हथियार सौदे का विवरण
अमेरिकी रक्षा विभाग ने 26 अक्टूबर को इस हथियार बिक्री की मंजूरी की घोषणा की। इस पैकेज में नेशनल एडवांस्ड सरफेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम और रडार सिस्टम शामिल हैं, जो ताइवान की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए हैं।
चीन की प्रतिक्रिया
चीन के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह हथियार बिक्री चीन-अमेरिका संबंधों और ताइवान स्ट्रेट में शांति को कमजोर करती है। चीन ने अमेरिका के साथ गंभीर विरोध दर्ज किया है और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए प्रतिवाद करने की चेतावनी दी है।
अमेरिका-ताइवान संबंध
यह हथियार सौदा राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के तहत ताइवान को 17वीं बार हथियार बिक्री का उदाहरण है। अमेरिका का उद्देश्य क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच ताइवान की रक्षा को मजबूत करना है।
Doubts Revealed
चीन -: चीन एशिया में एक बड़ा देश है, जो अपनी समृद्ध इतिहास और संस्कृति के लिए जाना जाता है। यह दुनिया के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देशों में से एक है।
यूएस -: यूएस का मतलब संयुक्त राज्य अमेरिका है, जो उत्तरी अमेरिका में एक देश है। यह वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था में अपने प्रभाव के लिए जाना जाता है।
ताइवान -: ताइवान चीन के पास स्थित एक द्वीप है। इसका अपना सरकार है, लेकिन चीन इसे अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है।
हथियार सौदा -: हथियार सौदा देशों के बीच हथियार और सैन्य उपकरण खरीदने और बेचने का एक समझौता है।
$1.988 बिलियन -: यह हथियार सौदे में शामिल धनराशि है, जो एक बहुत बड़ी राशि है, लगभग 14,800 करोड़ भारतीय रुपये के बराबर।
वन-चाइना सिद्धांत -: वन-चाइना सिद्धांत एक नीति है जो कहती है कि केवल एक चीन है, और ताइवान उसका हिस्सा है। चीन इस विचार का दृढ़ता से समर्थन करता है।
संप्रभुता -: संप्रभुता का मतलब है किसी क्षेत्र या देश पर पूर्ण नियंत्रण और अधिकार होना। चीन मानता है कि हथियार सौदा उसके ताइवान पर नियंत्रण को प्रभावित करता है।
ताइवान जलडमरूमध्य -: ताइवान जलडमरूमध्य एक जल क्षेत्र है जो ताइवान को मुख्य भूमि चीन से अलग करता है। यह दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील क्षेत्र है।
स्वतंत्रता समर्थक बल -: ये ताइवान में समूह या लोग हैं जो चाहते हैं कि ताइवान चीन से अलग एक स्वतंत्र देश बने।
राष्ट्रपति बाइडेन -: राष्ट्रपति बाइडेन संयुक्त राज्य अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति हैं। वह ताइवान के साथ कई हथियार सौदों में शामिल रहे हैं।