मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा चुनाव की तैयारी की
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने घोषणा की कि चुनाव आयोग जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए तैयार है, भले ही प्रक्रिया को बाधित करने के प्रयास किए जा रहे हों। कुमार ने मतपत्र के महत्व पर जोर दिया और चुनाव कार्यक्रम का विवरण दिया, जिसमें जम्मू-कश्मीर के चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर से शुरू होंगे और हरियाणा के चुनाव 1 अक्टूबर को होंगे। उन्होंने नकली कथाओं के खिलाफ आयोग की सतर्कता और नियमों का पालन सुनिश्चित करने में चुनाव पर्यवेक्षकों की भूमिका को भी उजागर किया।
चुनाव कार्यक्रम
जम्मू-कश्मीर में चुनाव तीन चरणों में होंगे:
चरण | तारीख | निर्वाचन क्षेत्र |
---|---|---|
चरण 1 | 18 सितंबर | 24 निर्वाचन क्षेत्र |
चरण 2 | 25 सितंबर | — |
चरण 3 | 1 अक्टूबर | — |
हरियाणा के विधानसभा चुनाव 1 अक्टूबर को निर्धारित हैं, और दोनों क्षेत्रों के परिणाम 4 अक्टूबर को गिने जाएंगे।
मुख्य बिंदु
- विभिन्न राज्यों के चुनाव पर्यवेक्षकों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए जानकारी दी गई।
- विघटनकारी ताकतों के जवाब के रूप में मतपत्र पर जोर।
- चुनाव प्रक्रिया के दौरान नकली कथाओं के खिलाफ सतर्कता।
Doubts Revealed
मुख्य चुनाव आयुक्त -: मुख्य चुनाव आयुक्त भारत के चुनाव आयोग के प्रमुख होते हैं, जो देश में चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
राजीव कुमार -: राजीव कुमार वर्तमान में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं, जो चुनावों की देखरेख करने वाले व्यक्ति हैं।
जम्मू और कश्मीर -: जम्मू और कश्मीर उत्तरी भारत का एक क्षेत्र है, जो अपनी सुंदर पहाड़ियों और घाटियों के लिए जाना जाता है।
हरियाणा -: हरियाणा उत्तरी भारत का एक राज्य है, जो अपनी कृषि और ऐतिहासिक स्थलों के लिए जाना जाता है।
चुनाव आयोग -: भारत का चुनाव आयोग एक सरकारी निकाय है जो चुनावों का आयोजन और देखरेख करता है ताकि वे निष्पक्ष और स्वतंत्र हों।
मुक्त और निष्पक्ष चुनाव -: मुक्त और निष्पक्ष चुनाव का मतलब है कि हर कोई बिना किसी धोखाधड़ी या अनुचित प्रथाओं के वोट कर सकता है।
मतपत्र -: मतपत्र एक कागज का टुकड़ा या इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म होता है जिसका उपयोग चुनाव में वोट डालने के लिए किया जाता है।
चुनाव कार्यक्रम -: चुनाव कार्यक्रम एक समय सारणी है जो बताती है कि चुनाव कब और कहाँ होंगे।
चरण -: चुनावों में चरण का मतलब है कि मतदान क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग दिनों में होता है।
फर्जी कथाएँ -: फर्जी कथाएँ झूठी कहानियाँ या जानकारी होती हैं जो लोगों को गुमराह करने के लिए फैलाई जाती हैं।
चुनाव पर्यवेक्षक -: चुनाव पर्यवेक्षक वे लोग होते हैं जो यह सुनिश्चित करने के लिए चुनाव प्रक्रिया को देखते हैं कि यह सही और निष्पक्ष तरीके से हो।