कारगिल विजय दिवस पर भारतीय सेना का रोमांचक हथियार प्रदर्शन
कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती मनाने और शहीदों की निःस्वार्थ सेवा को सम्मानित करने के लिए, भारतीय सेना ने जोरहाट, असम के मरियानी सैन्य स्टेशन पर एक शानदार हथियार और उपकरण प्रदर्शन का आयोजन किया।
कार्यक्रम की मुख्य बातें
इस कार्यक्रम ने स्कूल के बच्चों, कॉलेज के छात्रों और एनसीसी कैडेट्स की उत्साही भीड़ को आकर्षित किया। आगंतुक भारतीय सेना की सूची से प्रभावशाली हथियारों, तोपों और अत्याधुनिक तकनीक के प्रदर्शन से रोमांचित थे।
युवाओं को प्रेरित करना
छात्रों को अधिकारियों और जवानों के साथ बातचीत करने का अवसर मिला, जिससे उन्हें सैन्य जीवन की जानकारी मिली और कई लोगों को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। शहीदों के बलिदान को याद करने के लिए कारगिल युद्ध पर एक फिल्म भी दिखाई गई।
प्रभाव
इस कार्यक्रम की सभी आगंतुकों ने सराहना की और इसने 152 छात्रों और एनसीसी कैडेट्स पर स्थायी प्रभाव छोड़ा, जिससे उनमें राष्ट्र की सेवा करने की इच्छा जागृत हुई।
Doubts Revealed
भारतीय सेना -: भारतीय सेना भारतीय सशस्त्र बलों की भूमि-आधारित शाखा है। यह देश की रक्षा करने और इसकी सीमाओं के भीतर शांति बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।
मरियानी सैन्य स्टेशन -: मरियानी सैन्य स्टेशन जोरहाट, असम में एक स्थान है, जहाँ भारतीय सेना का एक आधार है। इसका उपयोग प्रशिक्षण और अन्य सैन्य गतिविधियों के लिए किया जाता है।
कारगिल विजय दिवस -: कारगिल विजय दिवस भारत में 26 जुलाई को मनाया जाता है ताकि उन सैनिकों को सम्मानित किया जा सके जिन्होंने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध में लड़ाई लड़ी थी। ‘विजय’ का मतलब हिंदी में जीत होता है।
रजत जयंती -: रजत जयंती का मतलब सिल्वर जुबली है, जो किसी घटना की 25वीं वर्षगांठ होती है। इस मामले में, यह कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ है।
तोपें -: तोपें बड़े, शक्तिशाली बंदूकें होती हैं जिनका उपयोग सेना द्वारा भारी गोले लंबी दूरी तक फेंकने के लिए किया जाता है। उनका उपयोग युद्धों में दुश्मन के लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए किया जाता है।
एनसीसी कैडेट्स -: एनसीसी का मतलब नेशनल कैडेट कोर है। यह भारत में एक युवा संगठन है जो युवाओं को बुनियादी सैन्य कौशल और अनुशासन में प्रशिक्षित करता है।
कारगिल युद्ध -: कारगिल युद्ध 1999 में जम्मू और कश्मीर के कारगिल जिले में भारत और पाकिस्तान के बीच एक संघर्ष था। भारतीय सैनिकों ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और क्षेत्र को पुनः प्राप्त किया।