अमित शाह का ड्रग्स के खिलाफ सख्त रुख: नई उपाय और उपलब्धियां
नई दिल्ली, 18 जुलाई: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एजेंसियों, पुलिस और विभागों को ड्रग्स की आपूर्ति श्रृंखला के खिलाफ ‘निर्दयी’ दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने भारत में ड्रग्स के प्रवेश को रोकने और देश की सीमाओं का ड्रग तस्करी के लिए उपयोग न होने देने पर जोर दिया।
NCORD की 7वीं शीर्ष स्तरीय बैठक
शाह के निर्देश नई दिल्ली में नारको-समन्वय केंद्र (NCORD) की 7वीं शीर्ष स्तरीय बैठक के दौरान आए। इस बैठक में विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के प्रमुख, पुलिस, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, राष्ट्रीय जांच एजेंसी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रमुख शामिल हुए।
नारको-आतंकवाद का मुकाबला
शाह ने बताया कि ड्रग व्यापार नारको-आतंकवाद से जुड़ा हुआ है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है और अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है। उन्होंने कहा कि ड्रग कार्टेल हवाला लेनदेन और कर चोरी में शामिल होते हैं, जिससे यह एक बहु-स्तरीय अपराध बन जाता है जिसे कठोर प्रतिक्रिया की आवश्यकता होती है।
रणनीतियाँ और लक्ष्य
शाह ने एजेंसियों से नशेड़ियों को निशाना बनाने के बजाय ड्रग नेटवर्क को ध्वस्त करने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने हर जब्त ड्रग्स को उसके स्रोत तक ट्रेस करने और बड़े खेपों की जांच कर पेडलर्स की पहचान करने पर जोर दिया। उन्होंने अवैध सिंथेटिक ड्रग लैब की पहचान करने और यह सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया कि भारत में कोई ड्रग्स न आए और न ही जाए।
समेकित लड़ाई
देश के भीतर, शाह ने ड्रग्स के खिलाफ एक समेकित लड़ाई की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसमें NCORD बैठकें निर्णय लेने और समीक्षा मंच के रूप में कार्य करें। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक जिला लक्ष्य निर्धारित करे और उपलब्धियों की समीक्षा करे, जिसमें पुनर्वास केंद्रों में भेजे गए युवाओं को ट्रैक करना और ड्रग व्यापार और आर्थिक अपराधों का पता लगाना शामिल है।
सूचना साझा करना
शाह ने एजेंसियों के बीच ‘जानने की आवश्यकता’ से ‘साझा करने का कर्तव्य’ नीति में बदलाव का निर्देश दिया। उन्होंने ड्रग्स की आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ने के लिए निर्दयी दृष्टिकोण, मांग में कमी के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण और हानि में कमी के लिए मानवीय दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया।
उपलब्धियां और नई पहल
शाह ने पिछले पांच वर्षों में सरकार के दृष्टिकोण की सफलता को उजागर किया, जिसमें ड्रग्स की जब्ती 1.52 लाख किलोग्राम (2004-2013) से बढ़कर 5.43 लाख किलोग्राम (2014-2024) हो गई और जब्त ड्रग्स का मूल्य 5933 करोड़ रुपये से बढ़कर 22,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया। उन्होंने एजेंसियों को बधाई दी लेकिन कहा कि केवल 10% कार्य पूरे हुए हैं।
MANAS पोर्टल का शुभारंभ
इस कार्यक्रम में, शाह ने MANAS (मादक पदार्थ निषेध सूचना केंद्र) पोर्टल का शुभारंभ किया, श्रीनगर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के क्षेत्रीय कार्यालय का उद्घाटन किया और NCB ‘वार्षिक रिपोर्ट 2023’ और ‘नशा मुक्त भारत’ पर संकलन जारी किया। MANAS का उद्देश्य मादक पदार्थ नियंत्रण उत्कृष्टता के लिए क्षमता निर्माण करना है।
आगे की सिफारिशें
शाह ने राज्य स्तर पर संयुक्त समन्वय समितियों के गठन, वित्तीय जांच की सख्त समीक्षा और केंद्रीय वित्त मंत्रालय की एजेंसियों को सूचित करने का आह्वान किया। उन्होंने राज्यों से मादक पदार्थ फोरेंसिक्स के लिए बजट आवंटित करने का आग्रह किया और फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित एक किफायती फोरेंसिक मादक पदार्थ परीक्षण किट को उजागर किया।
Doubts Revealed
अमित शाह -: अमित शाह भारत में एक वरिष्ठ राजनीतिज्ञ हैं और वर्तमान में केंद्रीय गृह मंत्री हैं। वह देश में आंतरिक सुरक्षा और कानून प्रवर्तन के लिए जिम्मेदार हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री -: केंद्रीय गृह मंत्री भारतीय सरकार में एक उच्च-रैंकिंग अधिकारी होते हैं जो आंतरिक सुरक्षा और घरेलू नीति बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
ड्रग सप्लाई चेन -: ड्रग सप्लाई चेन उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जिसके माध्यम से अवैध ड्रग्स का उत्पादन, परिवहन और बिक्री की जाती है।
ड्रग तस्करी -: ड्रग तस्करी ड्रग्स का अवैध व्यापार है जो सीमाओं के पार या देश के भीतर होता है।
एनसीओआरडी की 7वीं एपेक्स लेवल मीटिंग -: यह नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑन ड्रग एब्यूज एंड रिहैबिलिटेशन (एनसीओआरडी) की एक उच्च-स्तरीय बैठक है, जो भारत में ड्रग दुरुपयोग और तस्करी से निपटने पर केंद्रित है।
नार्को-टेरर -: नार्को-टेरर ड्रग तस्करी का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों को वित्तपोषित और समर्थन करने के लिए किया जाता है।
मानस पोर्टल -: मानस पोर्टल एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जिसे भारत में एंटी-ड्रग प्रयासों के प्रबंधन और समन्वय में मदद के लिए लॉन्च किया गया है।
राज्य-स्तरीय समन्वय -: राज्य-स्तरीय समन्वय का मतलब है कि भारत के विभिन्न राज्य ड्रग तस्करी जैसे मुद्दों से अधिक प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं।