झंडेवाला देवी मंदिर में सुबह की आरती
शारदीय नवरात्रि के सातवें दिन का उत्सव
नई दिल्ली में झंडेवाला देवी मंदिर ने शारदीय नवरात्रि के सातवें दिन विशेष सुबह की आरती का आयोजन किया। यह दिन माता कालरात्रि की पूजा के लिए समर्पित है, जो देवी दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं।
नवरात्रि के बारे में
संस्कृत में ‘नवरात्रि’ का अर्थ है ‘नौ रातें’, यह एक ऐसा त्योहार है जिसमें भक्त मां दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा करते हैं। इन नौ दिनों के दौरान लोग उपवास रखते हैं, श्लोकों का पाठ करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, भोग चढ़ाते हैं और अपने घरों की सफाई करते हैं ताकि देवी की कृपा प्राप्त कर सकें।
भारत भर में उत्सव
नवरात्रि पूरे भारत में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाई जाती है। विशेष रूप से उत्तर भारत के राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और मध्य प्रदेश में रामलीला का आयोजन होता है, जो रामायण के नाटकीय पुनःप्रस्तुति होते हैं। यह त्योहार विजयदशमी के साथ समाप्त होता है, जिसमें रावण के पुतले जलाए जाते हैं।
शारदीय नवरात्रि का महत्व
वर्ष में चार नवरात्रि मनाई जाती हैं, जिनमें शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि सबसे अधिक मनाई जाती हैं, जो मौसमी परिवर्तनों के साथ मेल खाती हैं।
Doubts Revealed
झंडेवाला देवी मंदिर -: झंडेवाला देवी मंदिर भारत के नई दिल्ली में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह देवी झंडेवाली माता, जो देवी दुर्गा का एक रूप है, को समर्पित है।
शारदीय नवरात्रि -: शारदीय नवरात्रि एक हिंदू त्योहार है जो शरद ऋतु में मनाया जाता है। यह सबसे महत्वपूर्ण नवरात्रियों में से एक है और नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित है।
माता कालरात्रि -: माता कालरात्रि देवी दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं। उन्हें नवरात्रि के सातवें दिन पूजा जाता है और वे बुराई और अंधकार को नष्ट करने की शक्ति के लिए जानी जाती हैं।
आरती -: आरती एक हिंदू धार्मिक पूजा की विधि है, जिसमें घी या कपूर में भिगोई गई बातियों से प्रकाश देवताओं को अर्पित किया जाता है। यह आमतौर पर गीतों और प्रार्थनाओं के साथ की जाती है।
रामलीला -: रामलीला रामायण, एक प्राचीन भारतीय महाकाव्य का पारंपरिक प्रदर्शन है। यह विशेष रूप से उत्तर भारत में नवरात्रि के दौरान लोकप्रिय है, जो भगवान राम के जीवन को दर्शाता है।
विजयदशमी -: विजयदशमी, जिसे दशहरा भी कहा जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो नवरात्रि के अंत को चिह्नित करता है। यह अच्छाई की बुराई पर विजय का उत्सव है, जो भगवान राम की राक्षस राजा रावण पर विजय का प्रतीक है।
चैत्र नवरात्रि -: चैत्र नवरात्रि एक और नवरात्रि त्योहार है जो वसंत ऋतु में मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रि की तरह, इसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा शामिल है।