लेबनान में आईडीएफ हवाई हमले में 50 हिज़बुल्लाह आतंकवादी मारे गए
हिज़बुल्लाह को भारी नुकसान
इज़राइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने दक्षिणी लेबनान में हिज़बुल्लाह के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन किया है। इस ऑपरेशन में कम से कम 50 हिज़बुल्लाह आतंकवादी मारे गए, जिनमें दक्षिणी फ्रंट और रदवान फोर्स के छह वरिष्ठ कमांडर शामिल हैं। इस ऑपरेशन का लक्ष्य भूमिगत मुख्यालय और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना था।
महत्वपूर्ण व्यक्ति मारे गए
मारे गए लोगों में अहमद हसन नज़ाल शामिल थे, जो बिंत जबील में आक्रामक ऑपरेशनों के लिए जिम्मेदार थे, और हसीन तलाल कमाल, मूसा दियाव बराकात, और महमूद मूसा कार्निव, जो ग़ाजर सेक्टर से जुड़े थे। अली अहमद इस्माइल और अब्दुल्ला अली दकीक, जो तोपखाने के प्रभारी थे, भी मारे गए।
बुनियादी ढांचे का विनाश
आईडीएफ ने हिज़बुल्लाह की अज़ीज़ यूनिट के 50 बुनियादी ढांचे, नासिर यूनिट के 30 लक्ष्य, और बदर यूनिट के 5 लक्ष्य नष्ट कर दिए। इसके अलावा, रदवान फोर्स के 10 लक्ष्य, इसकी खुफिया मुख्यालय, और 30 मध्यम दूरी के रॉकेट साइट्स पर भी हमला किया गया।
Doubts Revealed
आईडीएफ -: आईडीएफ का मतलब इज़राइल डिफेंस फोर्सेस है। यह इज़राइल की सैन्य शक्ति है, जो देश की रक्षा करने और सैन्य अभियानों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है।
हवाई हमले -: हवाई हमले सैन्य विमानों द्वारा किए गए हमले होते हैं, जहां बम या मिसाइलें हवाई से विशेष लक्ष्यों पर गिराई जाती हैं।
लेबनान -: लेबनान मध्य पूर्व का एक देश है, जो इज़राइल के उत्तर में स्थित है। इसका एक लंबा इतिहास है और यह अपनी विविध संस्कृति और सुंदर परिदृश्यों के लिए जाना जाता है।
हेज़बोल्लाह -: हेज़बोल्लाह लेबनान में स्थित एक राजनीतिक और सैन्य समूह है। इसके पास अपनी सशस्त्र सेनाएं हैं और इसे कुछ देशों, जिनमें इज़राइल शामिल है, द्वारा एक आतंकवादी संगठन माना जाता है।
वरिष्ठ कमांडर -: वरिष्ठ कमांडर एक सैन्य या सशस्त्र समूह में उच्च रैंकिंग वाले नेता होते हैं। वे महत्वपूर्ण निर्णय लेने और अपनी सेनाओं का नेतृत्व करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
अहमद हसन नज़ाल -: अहमद हसन नज़ाल हेज़बोल्लाह के वरिष्ठ कमांडरों में से एक थे। उन्होंने समूह के अभियानों और रणनीतियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रॉकेट साइट्स -: रॉकेट साइट्स वे स्थान होते हैं जहां रॉकेट संग्रहीत या लॉन्च किए जाते हैं। इन्हें अक्सर सैन्य अभियानों में लक्षित किया जाता है ताकि हमलों को रोका जा सके।