18वीं लोकसभा का पहला सत्र: ओम बिड़ला फिर से अध्यक्ष चुने गए, राहुल गांधी के बयान पर बहस

18वीं लोकसभा का पहला सत्र: ओम बिड़ला फिर से अध्यक्ष चुने गए, राहुल गांधी के बयान पर बहस

18वीं लोकसभा का पहला सत्र: ओम बिड़ला फिर से अध्यक्ष चुने गए, राहुल गांधी के बयान पर बहस

18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 2 जुलाई तक चला और इस दौरान 103% उत्पादकता हासिल की गई। अध्यक्ष ओम बिड़ला ने घोषणा की कि सत्र लगभग 30 घंटे और 40 मिनट तक चला, जिसमें 539 सदस्यों ने शपथ ली।

मुख्य घटनाएँ

26 जून को, ओम बिड़ला को ध्वनि मत से फिर से अध्यक्ष चुना गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिपरिषद का परिचय कराया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को विपक्ष के नेता के रूप में नियुक्त किया गया।

बहस और चर्चाएँ

सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 18 घंटे से अधिक की लंबी चर्चा हुई, जिसमें 68 सदस्यों ने भाग लिया। राहुल गांधी के भाषण में भाजपा और आरएसएस पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया गया, जिससे भाजपा नेताओं, जिनमें पीएम मोदी, अमित शाह और राजनाथ सिंह शामिल थे, ने विरोध किया।

विवाद

भाजपा सांसद बंसुरी स्वराज ने राहुल गांधी के भाषण के खिलाफ नोटिस दायर किया, जिसमें गलतियों का हवाला दिया गया। पीएम मोदी ने विपक्ष पर हिंदुओं को झूठा हिंसक बताने का आरोप लगाया और कांग्रेस की चुनावी हार को स्वीकार न करने के लिए आलोचना की।

निष्कर्ष

सत्र राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को अपनाने के साथ समाप्त हुआ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के व्यवहार की निंदा की, जिसे गृह मंत्री अमित शाह का समर्थन मिला। भाजपा-नेतृत्व वाले एनडीए ने 293 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाई, जबकि विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने 243 सीटें जीतीं।

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