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गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का विस्तार किया

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का विस्तार किया

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का विस्तार किया

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को एक जन आंदोलन में बदलने का निर्णय लिया है। यह अभियान, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था, का लक्ष्य सितंबर 2024 तक राज्य में 12.20 करोड़ पेड़ और मार्च 2025 तक कुल 17 करोड़ पेड़ लगाना है।

अभियान के लक्ष्य

‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस, 5 जून को शुरू किया था, जिसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर पेड़ लगाकर ग्लोबल वार्मिंग से निपटना है। यह अभियान लोगों को अपनी मां के सम्मान में या मातृत्व के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में एक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करता है।

राज्यव्यापी पहल

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अभियान को प्रधानमंत्री के सतत विकास के दृष्टिकोण के साथ जोड़ा है। इस पहल की योजना राज्य वन विभाग के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक में अंतिम रूप दी गई थी। अहमदाबाद नगर निगम ‘मिशन थ्री मिलियन ट्रीज’ अभियान के तहत 100 दिनों में 30 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखता है।

उपलब्धियां और भविष्य की योजनाएं

भारत सरकार के ‘मेरी लाइफ’ पोर्टल के अनुसार, गुजरात ने पहले ही 33 जिलों में 4 करोड़, 3 लाख, और 33 हजार पेड़ लगाए हैं, जिससे राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इस अभियान को 75वें वन महोत्सव के दौरान तालुका और गांव स्तर पर भी विस्तारित किया जाएगा, जिसमें 10.50 करोड़ पौधे वितरित किए जाएंगे।

जन भागीदारी

मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्थलों जैसे बगीचों, तालाबों, नगरपालिका के स्वामित्व वाले भूखंडों, इमारतों, स्कूल परिसरों और सड़क किनारे क्षेत्रों में पेड़ लगाने की गतिविधियों में जनता को शामिल करने का सुझाव दिया, साथ ही मियावाकी विधि का उपयोग करने का भी सुझाव दिया। इस उच्च-स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव राज कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज जोशी, प्रधान सचिव श्रीमती मोना खंधार, अश्विनी कुमार, संजीव कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्रीमती अवंतिका सिंह, और वन विभाग और अहमदाबाद नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

आगामी कार्यक्रम

गुजरात 75वें ‘वन महोत्सव’ की वर्षगांठ राज्यव्यापी कार्यक्रमों के साथ मनाने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल 26 जुलाई, 2024 को देवभूमि द्वारका के गांधवी गांव में इस उत्सव की अध्यक्षता करेंगे। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ऐतिहासिक हर्षिद्धि माता मंदिर, गांधवी गांव, कल्याणपुर तालुका में 23वें सांस्कृतिक वन ‘हर्षिद्धि वन’ का उद्घाटन होगा।

Doubts Revealed


गुजरात -: गुजरात भारत के पश्चिमी हिस्से में एक राज्य है। यह अपनी समृद्ध संस्कृति, इतिहास, और आर्थिक विकास के लिए जाना जाता है।

मुख्यमंत्री -: मुख्यमंत्री एक भारतीय राज्य में सरकार के प्रमुख होते हैं। वे राज्य को चलाने और महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होते हैं।

भूपेंद्र पटेल -: भूपेंद्र पटेल वर्तमान में गुजरात के मुख्यमंत्री हैं। वे एक राजनीतिक नेता हैं जो राज्य को प्रबंधित करने में मदद करते हैं।

एक पेड़ माँ के नाम -: ‘एक पेड़ माँ के नाम’ का मतलब हिंदी में ‘माँ के नाम पर एक पेड़’ है। यह माताओं के सम्मान में पेड़ लगाने का एक अभियान है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी -: नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं। वे देश के नेता हैं और राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।

जन आंदोलन -: जन आंदोलन तब होता है जब कई लोग किसी कारण या विचार का समर्थन करने के लिए एक साथ आते हैं। इस मामले में, यह पेड़ लगाने के बारे में है।

12.20 करोड़ -: 12.20 करोड़ का मतलब 122 मिलियन है। भारत में, ‘करोड़’ एक शब्द है जो दस मिलियन को दर्शाता है।

मियावाकी तकनीक -: मियावाकी तकनीक पेड़ों को पास-पास लगाने की एक विधि है ताकि जल्दी से घने जंगल बनाए जा सकें। यह सामान्य से तेज़ी से जंगल उगाने में मदद करता है।

सतत विकास -: सतत विकास का मतलब है संसाधनों का उपयोग इस तरह से करना कि हमारी आवश्यकताएं पूरी हों और भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे।

हरी आवरण -: हरी आवरण का मतलब है पौधों और पेड़ों से ढका हुआ क्षेत्र। हरी आवरण बढ़ाने से पर्यावरण को स्वच्छ हवा और प्रदूषण कम करने में मदद मिलती है।
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