हरियाणा न्यायिक परीक्षा पेपर लीक मामले में तीन दोषी करार

हरियाणा न्यायिक परीक्षा पेपर लीक मामले में तीन दोषी करार

हरियाणा न्यायिक परीक्षा पेपर लीक मामले में तीन दोषी करार

नई दिल्ली, 23 अगस्त: राउस एवेन्यू कोर्ट ने 2017 हरियाणा न्यायिक परीक्षा पेपर लीक मामले में तीन व्यक्तियों को दोषी ठहराया है। दोषियों में तत्कालीन रजिस्ट्रार (भर्ती) बलविंदर कुमार शर्मा और दो अभ्यर्थी, सुनीता और सुशीला शामिल हैं।

मामले की पृष्ठभूमि

यह मामला 2017 में हरियाणा लोक सेवा आयोग द्वारा पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के सहयोग से आयोजित न्यायिक परीक्षा से संबंधित है। प्रारंभिक परीक्षा के तुरंत बाद पेपर लीक के आरोप सामने आए, जिससे उच्च न्यायालय द्वारा गहन जांच की गई।

निर्णय का विवरण

प्रिंसिपल जिला और सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चंदना ने कहा कि अभियोजन पक्ष ने परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के माध्यम से सुनीता, बलविंदर कुमार शर्मा और सुशीला के खिलाफ अपना मामला साबित किया। कोर्ट ने सुनीता और बलविंदर कुमार शर्मा को धारा 120-बी आईपीसी के साथ धारा 409 आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1)(d) के तहत दोषी ठहराया। सुशीला को धारा 411 आईपीसी के तहत दोषी ठहराया गया।

हालांकि, छह अन्य आरोपियों को अपर्याप्त साक्ष्यों के कारण बरी कर दिया गया। कोर्ट ने उम्मीदवारों पर पेपर लीक के हानिकारक प्रभावों और ऐसी कुप्रथाओं को रोकने के लिए सख्त कानूनों की आवश्यकता पर जोर दिया।

प्रभाव और अवलोकन

कोर्ट ने नोट किया कि पेपर लीक छात्रों में तनाव और चिंता पैदा करते हैं और भर्ती प्रक्रियाओं में देरी करते हैं, जिससे सरकारी कार्यक्षमता प्रभावित होती है। कोर्ट ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम 2024 की सराहना की लेकिन सार्वजनिक परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक सुधारों की मांग की।

मामले के तथ्य

हरियाणा लोक सेवा आयोग ने 2017 में 109 सिविल जज पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। प्रारंभिक परीक्षा 16 जुलाई 2017 को आयोजित की गई थी। मनोज और सुमन द्वारा पेपर लीक की शिकायतें दर्ज की गईं, जिससे जांच और बाद में दोषसिद्धि हुई।

Doubts Revealed


कोर्ट कन्विक्ट्स -: जब एक कोर्ट किसी को कन्विक्ट करती है, इसका मतलब है कि कोर्ट ने ट्रायल के बाद उन्हें अपराधी पाया है।

हरियाणा -: हरियाणा उत्तरी भारत का एक राज्य है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति और इतिहास के लिए जाना जाता है।

ज्यूडिशियल एग्जाम -: ज्यूडिशियल एग्जाम एक परीक्षा है जो लोग जज बनने या कानूनी प्रणाली में काम करने के लिए देते हैं।

पेपर लीक -: पेपर लीक तब होता है जब परीक्षा के प्रश्न कुछ लोगों के साथ परीक्षा से पहले साझा किए जाते हैं, जो अनुचित है।

राउस एवेन्यू कोर्ट -: राउस एवेन्यू कोर्ट दिल्ली में एक विशेष कोर्ट है जो महत्वपूर्ण मामलों, जैसे भ्रष्टाचार और अन्य गंभीर अपराधों से निपटती है।

हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन -: हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन एक सरकारी निकाय है जो हरियाणा में विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षाएं आयोजित करता है।

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट -: पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट पंजाब और हरियाणा राज्यों का सर्वोच्च न्यायालय है, जहां महत्वपूर्ण कानूनी मामलों का निर्णय लिया जाता है।

बलविंदर कुमार शर्मा -: बलविंदर कुमार शर्मा उन लोगों में से एक हैं जिन्हें परीक्षा पेपर लीक मामले में दोषी पाया गया था।

सुनीता -: सुनीता एक और व्यक्ति हैं जिन्हें परीक्षा पेपर लीक मामले में दोषी पाया गया था।

सुशीला -: सुशीला तीसरी व्यक्ति हैं जिन्हें परीक्षा पेपर लीक मामले में दोषी पाया गया था।

स्ट्रिंजेंट लॉज -: स्ट्रिंजेंट लॉज बहुत सख्त नियम होते हैं जो बुरी चीजों को रोकने और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए बनाए जाते हैं।

मैलप्रैक्टिसेज -: मैलप्रैक्टिसेज गलत या अवैध कार्य होते हैं, विशेष रूप से पेशेवर सेटिंग्स जैसे परीक्षाओं या नौकरियों में।

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