दिल्ली में नया केदारनाथ मंदिर: उत्तराखंड सरकार से नहीं है कोई संबंध

दिल्ली में नया केदारनाथ मंदिर: उत्तराखंड सरकार से नहीं है कोई संबंध

दिल्ली में नया केदारनाथ मंदिर: उत्तराखंड सरकार से नहीं है कोई संबंध

सुरिंदर रौतेला, श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष

नई दिल्ली, 14 जुलाई – श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरिंदर रौतेला ने स्पष्ट किया कि दिल्ली में बन रहा नया केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड सरकार से संबंधित नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मंदिर ट्रस्ट का प्रोजेक्ट है और इसमें कई ट्रस्टी, जो उत्तराखंड से हैं, का समर्थन है।

रौतेला ने बताया, “दिल्ली में बन रहा मंदिर ट्रस्ट (श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट, दिल्ली) द्वारा बनाया जा रहा है और इसका उत्तराखंड सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हमारे अनुरोध पर मंदिर के भूमि पूजन के लिए आए थे और सरकार का इससे कोई संबंध नहीं है।”

उन्होंने यह भी बताया कि अन्य शहरों में भी इसी तरह के मंदिर बनाए गए हैं, जैसे इंदौर में केदारनाथ मंदिर और मुंबई में बद्रीनाथ मंदिर, जिनका उद्घाटन पूर्व उत्तराखंड मुख्यमंत्री हरीश रावत ने किया था।

रौतेला ने दिल्ली में मंदिर का नाम श्री केदारनाथ धाम रखने पर हो रहे विवाद को राजनीतिक स्टंट बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “कुछ नेता सिर्फ अपनी राजनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए विवाद पैदा कर रहे हैं। उत्तराखंड का केदारनाथ धाम 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हम सिर्फ दिल्ली में एक मंदिर बना रहे हैं और भारत के विभिन्न शहरों में ऐसे कई मंदिर हैं।”

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