गुवाहाटी में एआईबीओसी बैठक में बालचंद्र पीएम और रूपम रॉय फिर से चुने गए
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (AIBOC) ने गुवाहाटी में अपनी 13वीं त्रैवार्षिक जनरल काउंसिल बैठक आयोजित की। यह कार्यक्रम रविवार से मंगलवार तक चला और इसमें भारत के विभिन्न बैंकों के लगभग 1,100 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
मुख्य विशेषताएं
बैठक के दौरान, कार्यकारी समिति के लिए चुनाव हुए। बालचंद्र पीएम को फिर से अध्यक्ष और रूपम रॉय को फिर से महासचिव चुना गया, साथ ही अन्य पदाधिकारियों का भी चुनाव हुआ।
कार्यक्रम का उद्घाटन
बैठक का उद्घाटन 7 जुलाई की शाम को श्रीमंत शंकरदेव इंटरनेशनल ऑडिटोरियम, गुवाहाटी में हुआ। भारतीय बैंकों के संघ (IBA) के अध्यक्ष एमवी राव मुख्य अतिथि थे। उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में नवीनतम विकास, उपलब्धियों और चुनौतियों पर चर्चा की।
रिपोर्ट जारी
कार्यक्रम के दौरान ‘व्हेयर इज माई इंटरेस्ट रेट?’ शीर्षक वाली एक रिपोर्ट जारी की गई। यह रिपोर्ट AIBOC और सेंटर फॉर फाइनेंशियल अकाउंटेबिलिटी (CFA) द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित की गई है और यह भारत के बैंकिंग परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण अवलोकन प्रदान करती है।
चर्चा के विषय
AIBOC के महासचिव रूपम रॉय ने बैठक के दौरान चर्चा किए गए कई प्रमुख विषयों को उजागर किया:
- भारत की प्रगति में सार्वजनिक क्षेत्र का महत्व और महत्व।
- सामान्य नागरिकों पर उच्च ब्याज दरों का प्रभाव।
- बैंकों द्वारा कॉर्पोरेट ऋणों को कम कीमत वाले जमा और जनता के लिए उच्च कीमत वाले ऋणों के माध्यम से सब्सिडी देने का मुद्दा।
- छोटे क्रेडिट्स द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियाँ।
- सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कर्मचारियों की कमी और इसके परिणाम।