हाथरस भगदड़ के बाद यूपी मंत्री अनिल राजभर ने कार्रवाई का वादा किया
हाथरस, उत्तर प्रदेश में एक दुखद भगदड़ में 121 भक्तों की मौत के बाद, एक विशेष जांच टीम (SIT) ने अपनी रिपोर्ट सौंपी। कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
SIT ने लापरवाही के लिए छह अधिकारियों को निलंबित करने की सिफारिश की और आयोजनकर्ताओं को अनुमति से अधिक लोगों को आमंत्रित करने के लिए जिम्मेदार ठहराया। सरकार भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठा रही है।
घटना का विवरण
यह भगदड़ 2 जुलाई को फुलारी गांव, हाथरस में स्वघोषित संत सूरज पाल, जिन्हें ‘भोले बाबा’ के नाम से भी जाना जाता है, द्वारा आयोजित एक धार्मिक ‘सत्संग’ कार्यक्रम के दौरान हुई। SIT, जिसमें एडीजी जोन आगरा और अलीगढ़ के मंडलायुक्त शामिल थे, ने स्थल का निरीक्षण किया और 119 बयान दर्ज किए।
जिम्मेदार अधिकारी
SIT ने स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज को लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया। निलंबित अधिकारियों में शामिल हैं:
- सिकंदराराव के उप-जिला मजिस्ट्रेट
- सिकंदराराव के पुलिस सर्कल अधिकारी
- सिकंदराराव के स्टेशन अधिकारी
- सिकंदराराव के तहसीलदार
- कचोरा के चौकी इंचार्ज
- पोरा के चौकी इंचार्ज
रिपोर्ट में बताया गया कि उप-जिला मजिस्ट्रेट ने स्थल का निरीक्षण किए बिना कार्यक्रम की अनुमति दी और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित नहीं किया।
सरकार की प्रतिक्रिया
मंत्री अनिल राजभर ने जोर देकर कहा कि सरकार भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगी।