एयरबस और गती शक्ति विश्वविद्यालय ने शुरू किया विमानन इंजीनियरिंग कोर्स
एयरबस और वडोदरा स्थित गती शक्ति विश्वविद्यालय (GSV) ने एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं ताकि विमानन इंजीनियरिंग में बीटेक कोर्स शुरू किया जा सके। यह पहल वंचित और मेधावी इंजीनियरिंग छात्रों के लिए है।
कार्यक्रम का विवरण
पहले बैच में 40 छात्रों का नामांकन होगा, जिसमें 33% छात्रवृत्तियां महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। एयरबस प्रति छात्र प्रति वर्ष 2.5 लाख रुपये की पूरी ट्यूशन और बोर्डिंग फीस कवर करेगा। छात्रों को एयरबस से इंटर्नशिप और मेंटरशिप भी मिलेगी।
केंद्रीय मंत्रियों का समर्थन
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और इसे भारत की नई शिक्षा नीति के साथ संरेखित बताया। उन्होंने भारत में छात्रों को सही कौशल और शिक्षा प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया।
एयरबस की प्रतिबद्धता
एयरबस इंडिया और दक्षिण एशिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रेमी मैलार्ड ने कहा कि यह कार्यक्रम भारत सरकार की ‘स्किल इंडिया’ पहल की एक अनूठी सफलता कहानी है। एयरबस का भारत के साथ लंबे समय से संबंध है, जो अपनी आपूर्ति श्रृंखला के माध्यम से लगभग 10,000 नौकरियों का समर्थन करता है।
भविष्य की संभावनाएं
एयरबस और GSV शैक्षणिक पाठ्यक्रम, संकाय, औद्योगिक अनुभव, प्रशिक्षण और छात्रवृत्तियों के विकास पर सहयोग करेंगे। वे एक गेस्ट चेयर प्रोफेसर नियुक्त करेंगे ताकि एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जा सके और विभिन्न एयरोस्पेस कार्यक्रमों के विकास का समर्थन किया जा सके।