प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली पर शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली के अवसर पर भारत के नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह पवित्र अवसर, जो श्रद्धा, भक्ति और दीपों के प्रकाश से जुड़ा है, सभी के लिए खुशी, समृद्धि और सौभाग्य लाएगा।
कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो कार्तिक के आठवें चंद्र महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह दिवाली के पंद्रह दिन बाद आता है और भारत में इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे पूर्णिमा, पूनम, पौर्णमी और पौर्णिमासी। वैष्णव परंपरा में, इस महीने को दामोदर मास भी कहा जाता है, जो भगवान कृष्ण के उपनाम दामोदर से जुड़ा है।
देव दीपावली: देवताओं की दिवाली
देव दीपावली, कार्तिक की पूर्णिमा की रात को मनाई जाती है और इसे ‘देवताओं की दिवाली’ के रूप में जाना जाता है। यह हिंदू महीने कार्तिक के पंद्रहवें चंद्र दिन को चिह्नित करता है और प्रबोधिनी एकादशी से जुड़ा है, जो चातुर्मास के अंत का संकेत देता है, जब भगवान विष्णु को दिव्य निद्रा में माना जाता है। इस त्योहार के दौरान, गंगा के नदी किनारे घाटों को रवीदास घाट से राजघाट तक लाखों जलते हुए मिट्टी के दीपों से सजाया जाता है, जो एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है।
Doubts Revealed
कार्तिक पूर्णिमा -: कार्तिक पूर्णिमा एक हिंदू त्योहार है जो कार्तिक महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर नवंबर में पड़ता है। यह पूजा का दिन है और हिंदुओं द्वारा बहुत शुभ माना जाता है।
देव दीपावली -: देव दीपावली वाराणसी, भारत में मनाया जाने वाला एक त्योहार है, जहाँ गंगा नदी के किनारे लाखों दीप जलाए जाते हैं। इसे ‘देवताओं की दिवाली’ कहा जाता है और यह दिवाली के पंद्रह दिन बाद मनाया जाता है।
दिवाली -: दिवाली, जिसे प्रकाश का त्योहार भी कहा जाता है, एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो दीपों, पटाखों और मिठाइयों के साथ मनाया जाता है। यह अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
गंगा नदी का किनारा -: गंगा नदी का किनारा गंगा नदी के तटों को संदर्भित करता है, विशेष रूप से वाराणसी में, जहाँ कई धार्मिक गतिविधियाँ और त्योहार होते हैं। यह हिंदुओं के लिए एक पवित्र स्थान है।
चातुर्मास -: चातुर्मास हिंदू कैलेंडर में चार महीने की अवधि है जब भगवान विष्णु को दिव्य नींद में माना जाता है। यह धार्मिक अनुष्ठानों का समय है और देव दीपावली के साथ समाप्त होता है।
भगवान विष्णु -: भगवान विष्णु हिंदू धर्म में प्रमुख देवताओं में से एक हैं, जिन्हें ब्रह्मांड के संरक्षक और रक्षक के रूप में जाना जाता है। उन्हें अक्सर नीली त्वचा और चार भुजाओं के साथ चित्रित किया जाता है।