हरियाणा में अनुसूचित जाति आरक्षण का उप-वर्गीकरण लागू

हरियाणा में अनुसूचित जाति आरक्षण का उप-वर्गीकरण लागू

हरियाणा में अनुसूचित जाति आरक्षण का उप-वर्गीकरण लागू

14 नवंबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण के उप-वर्गीकरण को लागू करने की घोषणा की। यह निर्णय हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के बाद आया है, जिसमें इस तरह के उप-वर्गीकरण की अनुमति दी गई है।

सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला

1 अगस्त को, भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट ने 6:1 के बहुमत से फैसला सुनाया कि अनुसूचित जाति/जनजाति आरक्षण के भीतर उप-वर्गीकरण की अनुमति है। इस फैसले ने पिछले निर्णयों को पलट दिया, जो अनुसूचित जाति/जनजातियों को एकसमान वर्ग मानते थे।

न्यायाधीशों की राय

सात-न्यायाधीशों की पीठ में न्यायमूर्ति बीआर गवई, विक्रम नाथ, बेला एम त्रिवेदी, पंकज मित्तल, मनोज मिश्रा, और सतीश चंद्र शर्मा शामिल थे। न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी ने बहुमत के फैसले से असहमति जताई।

फैसले के प्रभाव

कोर्ट ने अनुसूचित जाति/जनजातियों के भीतर ‘क्रीमी लेयर’ की पहचान करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि लाभों का उचित वितरण सुनिश्चित किया जा सके। इसने संविधान के अनुच्छेद 16(4) के तहत उप-वर्गीकरण को सही ठहराने के लिए डेटा संग्रह की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।

यह निर्णय सुनिश्चित करता है कि उप-वर्गीकरण अनुच्छेद 341(2) का उल्लंघन न करे, जब तक कि यह अनुसूचित जातियों के भीतर कुछ समूहों को विशेष लाभ प्रदान न करे।

Doubts Revealed


हरियाणा -: हरियाणा उत्तरी भारत का एक राज्य है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति और इतिहास के लिए जाना जाता है। यह भारत के 28 राज्यों में से एक है।

सीएम नायब सिंह सैनी -: सीएम का मतलब मुख्यमंत्री होता है, जो भारत के एक राज्य में सरकार का प्रमुख होता है। नायब सिंह सैनी हरियाणा के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं।

उप-वर्गीकरण -: उप-वर्गीकरण का मतलब एक बड़े समूह को छोटे समूहों में बांटना होता है। इस संदर्भ में, यह अनुसूचित जातियों (SC) को नौकरी आरक्षण के लिए छोटे वर्गों में बांटने को संदर्भित करता है।

एससी आरक्षण -: एससी आरक्षण भारत में विशेष प्रावधान हैं जो अनुसूचित जातियों के लिए सरकारी नौकरियों और शैक्षिक सीटों का एक निश्चित प्रतिशत आरक्षित करते हैं, जो ऐतिहासिक रूप से वंचित समुदाय हैं।

सुप्रीम कोर्ट -: सुप्रीम कोर्ट भारत की सर्वोच्च न्यायिक अदालत है। यह कानूनी मामलों पर महत्वपूर्ण निर्णय लेता है जो पूरे देश को प्रभावित करते हैं।

मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ -: डीवाई चंद्रचूड़ भारत के मुख्य न्यायाधीश हैं, जिसका मतलब है कि वह सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख न्यायाधीश हैं। वह अदालत को महत्वपूर्ण कानूनी निर्णय लेने में नेतृत्व करते हैं।

क्रीमी लेयर -: ‘क्रीमी लेयर’ आरक्षित श्रेणी, जैसे एससी/एसटी, के भीतर के समृद्ध और अधिक शिक्षित सदस्यों को संदर्भित करता है, जिन्हें आरक्षण लाभों की उतनी आवश्यकता नहीं हो सकती जितनी अन्य को।

संवैधानिक प्रावधान -: संवैधानिक प्रावधान भारत के संविधान में लिखे गए नियम और कानून हैं, जो देश का सर्वोच्च कानून है। ये देश के शासन के तरीके को निर्देशित करते हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *