महाराष्ट्र सरकार 257 छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करेगी
महाराष्ट्र सरकार ने अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी के 257 छात्रों की पहचान की है, जो हिंदू जनजातीय उम्मीदवारों के लिए आरक्षण लाभ का दावा करते हुए अन्य धर्मों का पालन कर रहे थे। यह खोज 2023 के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) प्रवेश प्रक्रिया के दौरान की गई थी।
जांच और निष्कर्ष
इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया था, जिसने बताया कि अनुसूचित जनजातियों के 13,858 छात्रों में से 257 ने हिंदू धर्म के अलावा अन्य धर्मों में पंजीकरण किया था। ये छात्र जनजातीय समुदायों से अन्य धर्मों में परिवर्तित हो गए थे, लेकिन फिर भी जनजातीय लाभ प्राप्त कर रहे थे।
सरकारी प्रतिक्रिया
कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने 2023 के शीतकालीन सत्र के दौरान गहन जांच का आदेश दिया। कौशल विकास विभाग ने इन छात्रों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने का निर्णय लिया है, और रिपोर्ट को आगे की कार्यवाही के लिए जनजातीय विकास विभाग को भेज दिया गया है।
जनजातीय संस्कृति का संरक्षण
समिति ने जनजातीय समुदाय की संस्कृति, परंपराओं और प्रथाओं को संरक्षित करने के लिए कई उपायों का प्रस्ताव भी दिया है। इन प्रस्तावों को विचार के लिए जनजातीय विकास विभाग को प्रस्तुत किया गया है।
Doubts Revealed
महाराष्ट्र सरकार -: महाराष्ट्र भारत का एक राज्य है, और यहाँ की सरकार उन लोगों के समूह को संदर्भित करती है जो राज्य के लिए निर्णय लेते हैं और इसे प्रबंधित करते हैं।
जनजातीय आरक्षण -: जनजातीय आरक्षण भारत में कुछ जनजातीय समुदायों के लोगों को विशेष लाभ दिए जाते हैं ताकि उन्हें शिक्षा और नौकरियों में मदद मिल सके।
अनुसूचित जनजाति -: अनुसूचित जनजातियाँ भारत में उन लोगों के समूह हैं जिन्हें सरकार द्वारा विशेष सहायता और सुरक्षा की आवश्यकता के रूप में मान्यता दी गई है।
आईटीआई प्रवेश प्रक्रिया -: आईटीआई का मतलब औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान है, जहाँ छात्र विभिन्न नौकरियों के लिए कौशल सीखते हैं। प्रवेश प्रक्रिया वह तरीका है जिससे छात्र आवेदन करते हैं और वहाँ अध्ययन के लिए चयनित होते हैं।
कौशल विकास विभाग -: यह सरकार का एक हिस्सा है जो लोगों को नौकरियों के लिए नए कौशल सीखने और उनकी क्षमताओं को सुधारने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित करता है।