दिल्ली में दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता और बिगड़ी
दिवाली के बाद से नई दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 383 दर्ज किया है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा दर्शाता है। अलीपुर, बवाना और रोहिणी जैसे क्षेत्रों में AQI स्तर ‘गंभीर’ स्थिति तक पहुंच गया है।
प्रदूषण के बीच छठ पूजा
प्रदूषण के बावजूद, भक्त कालिंदी कुंज के यमुना घाट पर छठ पूजा के लिए एकत्रित हुए। हालांकि, यमुना नदी जहरीले झाग से ढकी हुई थी, जिससे स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ गईं। एक जनहित याचिका ने नदी किनारे पूजा की अनुमति मांगी, लेकिन दिल्ली उच्च न्यायालय ने गंभीर प्रदूषण के कारण इसे खारिज कर दिया।
सरकारी प्रतिक्रिया
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण से निपटने के लिए एकजुट प्रयास की अपील की और पड़ोसी राज्यों पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। अदालत ने कहा कि पूजा के लिए वैकल्पिक स्थान उपलब्ध थे, जिससे प्रतिभागियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
Doubts Revealed
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) -: AQI एक संख्या है जो बताती है कि हवा कितनी स्वच्छ या प्रदूषित है। एक उच्च संख्या का मतलब है कि हवा अधिक प्रदूषित है और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।
दिवाली -: दिवाली भारत में मनाया जाने वाला एक लोकप्रिय हिंदू त्योहार है, जिसे रोशनी का त्योहार कहा जाता है। लोग दीप जलाते हैं, पटाखे फोड़ते हैं, और परिवार और दोस्तों के साथ जश्न मनाते हैं।
छठ पूजा -: छठ पूजा सूर्य देव को समर्पित एक हिंदू त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में मनाया जाता है। लोग सूर्य की पूजा करते हैं और नदियों या जलाशयों में पवित्र स्नान करते हैं।
यमुना घाट -: यमुना घाट दिल्ली में यमुना नदी के किनारों को संदर्भित करता है, जहां लोग अक्सर धार्मिक अनुष्ठानों और त्योहारों के लिए इकट्ठा होते हैं।
विषाक्त झाग -: विषाक्त झाग एक हानिकारक पदार्थ है जो प्रदूषण के कारण जल निकायों पर बनता है। यह लोगों और पर्यावरण के लिए खतरनाक हो सकता है।
पीआईएल -: पीआईएल का मतलब जनहित याचिका है। यह सार्वजनिक हित की सुरक्षा के लिए अदालत में की गई कानूनी कार्रवाई है, जैसे स्वास्थ्य या पर्यावरण।
दिल्ली उच्च न्यायालय -: दिल्ली उच्च न्यायालय दिल्ली में एक अदालत है जो कानूनी मामलों और मुद्दों से निपटती है। यह शहर को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मामलों पर निर्णय लेता है।
गोपाल राय -: गोपाल राय एक राजनेता और दिल्ली के पर्यावरण मंत्री हैं। वह शहर में पर्यावरण और प्रदूषण से संबंधित मुद्दों पर काम करते हैं।