UTA अध्ययन: बुजुर्गों की याददाश्त में सुधार के लिए रिमाइंडर सहायक

UTA अध्ययन: बुजुर्गों की याददाश्त में सुधार के लिए रिमाइंडर सहायक

UTA अध्ययन: रिमाइंडर से बुजुर्गों की याददाश्त में सुधार

टेक्सास विश्वविद्यालय, अर्लिंगटन (UTA) के एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि रिमाइंडर सेट करने से उम्र से संबंधित कुछ याददाश्त की समस्याओं को उलटने में मदद मिल सकती है। यह खोज उन बुजुर्गों के लिए महत्वपूर्ण है जो प्रॉस्पेक्टिव मेमोरी में संघर्ष करते हैं, जो दवाइयां लेने या अपॉइंटमेंट्स पर जाने जैसी चीजों को याद रखने की क्षमता है।

प्रॉस्पेक्टिव मेमोरी का महत्व

UTA के मनोविज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर और अध्ययन के प्रमुख लेखक हंटर बॉल ने बताया कि प्रॉस्पेक्टिव मेमोरी दैनिक जीवन और स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर जब लोग बूढ़े हो जाते हैं। इन कार्यों को भूलने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं, और पिछले शोध ने दिखाया है कि प्रॉस्पेक्टिव मेमोरी उम्र के साथ घटती है।

प्रयोग

UTA और एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी के मनोवैज्ञानिकों के साथ किए गए अध्ययन में दो प्रयोग शामिल थे। इन प्रयोगों ने यह परीक्षण किया कि युवा और बुजुर्ग वयस्क बिना रिमाइंडर के कार्यों को कितनी अच्छी तरह याद रखते हैं। प्रतिभागियों को अन्य गतिविधियों के दौरान कार्यों को याद रखना था, और उनके प्रदर्शन को विभिन्न परिस्थितियों में मापा गया।

पहला प्रयोग

पहले प्रयोग में, प्रतिभागियों को कुछ शब्दों पर प्रतिक्रिया देने जैसे विशिष्ट कार्य दिए गए। कुछ प्रतिभागियों को स्क्रीन पर रिमाइंडर मिले। परिणामों से पता चला कि कम मेमोरी लोड के तहत, उम्र से संबंधित याददाश्त में कोई महत्वपूर्ण गिरावट नहीं थी। हालांकि, उच्च मेमोरी लोड के तहत, युवा और बुजुर्ग दोनों ही रिमाइंडर से समान रूप से लाभान्वित हुए।

दूसरा प्रयोग

दूसरे प्रयोग में अधिक जटिल कार्य शामिल थे, जैसे जानवरों या फलों जैसी श्रेणियों को पहचानना। उच्च मेमोरी लोड के तहत बिना रिमाइंडर के, बुजुर्ग वयस्कों को इन कार्यों को याद रखने में अधिक कठिनाई हुई। हालांकि, जब रिमाइंडर का उपयोग किया गया, तो उम्र से संबंधित प्रदर्शन अंतर गायब हो गए।

वास्तविक दुनिया के प्रभाव

अध्ययन से पता चलता है कि रिमाइंडर बुजुर्गों को उन कार्यों को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं जो अन्यथा बहुत कठिन होंगे। यह इसलिए है क्योंकि बुजुर्ग वयस्क चुनौतीपूर्ण कार्यों का सामना करते समय रिमाइंडर को अधिक बार जांचते हैं। निष्कर्ष महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे दिखाते हैं कि स्मार्टफोन ऐप्स या सरल रिमाइंडर नोट्स जैसे डिजिटल उपकरण बुजुर्गों को उनकी स्वतंत्रता बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

बॉल ने जोर देकर कहा कि सेल फोन कैलेंडर जैसे रिमाइंडर का उपयोग बुजुर्गों में याददाश्त की चुनौतियों को प्रभावी ढंग से कम कर सकता है। हालांकि अध्ययन एक नियंत्रित सेटिंग में किया गया था, निष्कर्ष वास्तविक दुनिया की स्थितियों में लागू किए जा सकते हैं ताकि बुजुर्गों को उनके दैनिक कार्यों में मदद मिल सके।

Doubts Revealed


यूटी अर्लिंगटन -: यूटी अर्लिंगटन का मतलब यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास एट अर्लिंगटन है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में एक विश्वविद्यालय है जहाँ लोग पढ़ाई और नई चीजें सीखने जाते हैं।

प्रॉस्पेक्टिव मेमोरी -: प्रॉस्पेक्टिव मेमोरी वह क्षमता है जिससे आप भविष्य में कुछ करने की बात याद रख सकते हैं, जैसे कि एक निश्चित समय पर अपनी दवा लेना या एक बैठक में शामिल होना।

एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी -: एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी संयुक्त राज्य अमेरिका में एक और विश्वविद्यालय है। यह एक जगह है जहाँ छात्र और शोधकर्ता विभिन्न विषयों का अध्ययन करते हैं।

उच्च स्मृति भार की स्थितियाँ -: उच्च स्मृति भार की स्थितियाँ वे परिस्थितियाँ हैं जहाँ आपको एक साथ बहुत सारी चीजें याद रखनी होती हैं, जो युवा और वृद्ध दोनों लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं।

डिजिटल उपकरण -: डिजिटल उपकरण इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस या ऐप्स होते हैं, जैसे स्मार्टफोन या टैबलेट, जो लोगों को अलार्म या रिमाइंडर सेट करके चीजें याद रखने में मदद कर सकते हैं।

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