बिहार में मत्स्य पालन में ड्रोन तकनीक का उपयोग शुरू

बिहार में मत्स्य पालन में ड्रोन तकनीक का उपयोग शुरू

बिहार में मत्स्य पालन में ड्रोन तकनीक का उपयोग

बिहार सरकार ने अपने मत्स्य पालन क्षेत्र में ड्रोन तकनीक को शामिल करने के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा, केंद्रीय मत्स्य और पशुपालन मंत्री राजीव रंजन सिंह और बिहार की मत्स्य और पशुपालन मंत्री रेनू देवी शामिल हुए।

मुख्यमंत्री का संबोधन

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया और मछली पालन को बढ़ाने में ड्रोन तकनीक के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने 2008 से अब तक की प्रगति का उल्लेख किया, जिसमें मछली उत्पादन 2005 में 2 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर अब 8 लाख मीट्रिक टन से अधिक हो गया है। उन्होंने राज्य के आयात से निर्यात की ओर बढ़ने का भी जिक्र किया।

केंद्रीय मंत्री के विचार

केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने बिहार में लगभग 60 लाख लोगों की मछली पालन में भागीदारी पर जोर दिया। उन्होंने 2005 से पहले मत्स्य विभाग के बजट में वृद्धि का उल्लेख किया, जो 2022 तक 2.87 करोड़ रुपये से बढ़कर 524 करोड़ रुपये हो गया। सिंह ने कृषि उत्पादकता बढ़ाने में केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग की सराहना की।

Doubts Revealed


बिहार -: बिहार पूर्वी भारत में एक राज्य है। यह अपनी समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है।

ड्रोन तकनीक -: ड्रोन तकनीक में बिना पायलट के उड़ने वाले मानव रहित हवाई वाहनों का उपयोग शामिल है। इन्हें विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे आकाश से तस्वीरें लेना या पैकेज डिलीवर करना।

मत्स्य पालन -: मत्स्य पालन मछली पकड़ने, प्रसंस्करण और बेचने की उद्योग या गतिविधि को संदर्भित करता है। यह कई लोगों के लिए भोजन और आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार -: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं। वह राज्य के प्रशासन के लिए जिम्मेदार एक राजनीतिक नेता हैं।

केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह -: केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह भारत की केंद्रीय सरकार के सदस्य हैं। वह राष्ट्रीय नीतियों और कार्यक्रमों पर काम करते हैं, जिनमें मत्स्य पालन से संबंधित भी शामिल हैं।

मीट्रिक टन -: एक मीट्रिक टन वजन की इकाई है जो 1,000 किलोग्राम के बराबर होती है। इसका उपयोग बड़ी मात्राओं को मापने के लिए किया जाता है, जैसे मछली के उत्पादन की मात्रा।

राज्य और केंद्रीय सरकार का सहयोग -: इसका मतलब है कि बिहार की सरकार (राज्य) और भारत की सरकार (केंद्रीय) मिलकर काम कर रहे हैं। वे अपने प्रयासों और संसाधनों को मिलाते हैं ताकि सामान्य लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके, जैसे मत्स्य पालन क्षेत्र में सुधार।

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