हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखु ने अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा मनाया

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखु ने अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा मनाया

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु ने मनाया अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु ने अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव में भाग लिया, जिसमें पहली बार विभिन्न देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस महोत्सव का उद्देश्य भाईचारे और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। सुखु ने पारंपरिक लालड़ी नृत्य में महिलाओं, युवाओं और बच्चों की भागीदारी को उजागर किया।

नई शैक्षिक सुविधाओं का उद्घाटन

इससे पहले, मुख्यमंत्री सुखु ने शिमला में राजकीय कन्या महाविद्यालय के ब्लॉक-सी भवन का उद्घाटन किया, जो 9 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हुआ है। उन्होंने स्कूलों को योग्य शिक्षकों और आवश्यक सुविधाओं से लैस करने के महत्व पर जोर दिया। वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान, उन्होंने स्मार्ट क्लासरूम, एक नया छात्रावास और एक डिजिटल लाइब्रेरी जैसी कई पहलों की घोषणा की।

शैक्षिक सुधार और महिला सशक्तिकरण

मुख्यमंत्री सुखु ने हिमाचल प्रदेश की शिक्षा रैंकिंग पर चिंता व्यक्त की और इसे सुधारने के लिए उपायों की घोषणा की, जैसे कि शैक्षणिक सत्र के दौरान शिक्षकों के स्थानांतरण पर रोक और राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना। सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए भी प्रतिबद्ध है, लड़कियों की विवाह योग्य आयु को 21 वर्ष तक बढ़ाना और वयस्क बेटियों के लिए भूमि कानूनों में संशोधन करना। इसके अलावा, पुलिस भर्ती में महिलाओं के लिए 30% आरक्षण की शुरुआत की गई है।

Doubts Revealed


हिमाचल प्रदेश -: हिमाचल प्रदेश भारत के उत्तरी भाग में स्थित एक राज्य है, जो अपनी सुंदर पहाड़ियों और प्राकृतिक दृश्यों के लिए जाना जाता है। यह विशेष रूप से प्रकृति और साहसिक प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।

सीएम सुखु -: सीएम सुखु से तात्पर्य सुखविंदर सिंह सुखु से है, जो हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। एक मुख्यमंत्री भारत में राज्य सरकार का प्रमुख होता है, जैसे स्कूल में प्रधानाचार्य।

अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा -: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा हिमाचल प्रदेश के कुल्लू घाटी में मनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध त्योहार है। यह अपने भव्य जुलूसों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए जाना जाता है, जो दुनिया भर से आगंतुकों को आकर्षित करता है।

राजकीय कन्या महाविद्यालय -: राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी में स्थित एक सरकारी कॉलेज है। ‘कन्या’ का अर्थ है लड़की, और ‘महाविद्यालय’ का अर्थ है कॉलेज।

स्मार्ट कक्षाएं -: स्मार्ट कक्षाएं आधुनिक कक्षाएं होती हैं जो कंप्यूटर, प्रोजेक्टर और इंटरनेट एक्सेस जैसे डिजिटल उपकरणों से सुसज्जित होती हैं। ये छात्रों के लिए सीखने को अधिक इंटरैक्टिव और मजेदार बनाती हैं।

डिजिटल लाइब्रेरी -: डिजिटल लाइब्रेरी एक ऑनलाइन संग्रह है जिसमें किताबें, लेख और अन्य शैक्षिक सामग्री होती हैं। यह छात्रों और शिक्षकों को कंप्यूटर या अन्य डिजिटल उपकरणों से आसानी से जानकारी प्राप्त करने की अनुमति देती है।

महिला सशक्तिकरण -: महिला सशक्तिकरण का अर्थ है महिलाओं को अधिक अधिकार और अवसर देना ताकि वे अपनी पसंद के अनुसार स्वतंत्र जीवन जी सकें। इसमें शिक्षा, समान नौकरी के अवसर और कानूनी अधिकार शामिल हैं।

विवाह योग्य आयु -: विवाह योग्य आयु वह न्यूनतम आयु है जिस पर व्यक्ति कानूनी रूप से विवाह कर सकता है। इस आयु को बढ़ाने से यह सुनिश्चित होता है कि लोग इस महत्वपूर्ण निर्णय को लेने के लिए परिपक्व हैं।

बेटियों के लिए भूमि कानून -: बेटियों के लिए भूमि कानूनों में संशोधन का अर्थ है नियमों को बदलना ताकि बेटियों को भी अपने माता-पिता से भूमि और संपत्ति विरासत में प्राप्त करने का समान अधिकार हो, जैसे बेटों को होता है।

30% आरक्षण -: 30% आरक्षण का अर्थ है कि पुलिस भर्ती में 30% पद विशेष रूप से महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। यह सुनिश्चित करता है कि अधिक महिलाएं पुलिस बल में शामिल हो सकें और लैंगिक समानता को बढ़ावा देता है।

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