तिरुवल्लूर, तमिलनाडु में भारी बारिश से जलभराव, स्थानीय प्रशासन सतर्क

तिरुवल्लूर, तमिलनाडु में भारी बारिश से जलभराव, स्थानीय प्रशासन सतर्क

तिरुवल्लूर, तमिलनाडु में भारी बारिश से जलभराव

14 अक्टूबर 2024 को, तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में भारी बारिश हुई, जिससे कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया, जिसमें पोननेरी रेलवे सबवे भी शामिल है। स्थानीय प्रशासन बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बताया है, जो उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है, जिससे और बारिश होगी।

मौसम पूर्वानुमान और अलर्ट

IMD ने 12-16 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, जिसमें 14-15 अक्टूबर को सबसे अधिक बारिश होगी। 14-16 अक्टूबर के लिए एक ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। धर्मपुरी, सलेम और कोयंबटूर जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना है। चेन्नई और आसपास के क्षेत्रों में भी भारी बारिश होने की संभावना है क्योंकि उत्तर-पूर्व मानसून 15 या 16 अक्टूबर तक शुरू हो सकता है।

मानसून का परिवर्तन

दक्षिण-पश्चिम मानसून वापस जा रहा है, जिससे उत्तर-पूर्व मानसून का आगमन हो रहा है। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण कम दबाव के क्षेत्र में विकसित होने की संभावना है, जो उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ेगा, जिससे महत्वपूर्ण बारिश होगी।

सावधानियाँ और चेतावनियाँ

मछुआरों को 17 अक्टूबर तक समुद्र में जाने से बचने की सलाह दी गई है क्योंकि समुद्र की स्थिति खराब है और तेज हवाएं चल रही हैं। शुरुआती बारिश ने कुछ क्षेत्रों में राहत दी है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में मानसून के तीव्र होने के कारण संभावित बाढ़ के लिए तैयारी की जा रही है।

Doubts Revealed


तिरुवल्लूर -: तिरुवल्लूर भारत के तमिलनाडु राज्य का एक जिला है। यह चेन्नई शहर के पास स्थित है और अपने मंदिरों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है।

जलभराव -: जलभराव तब होता है जब बहुत अधिक बारिश होती है और पानी नहीं निकलता, जिससे यह जमीन पर इकट्ठा हो जाता है। इससे सड़कों और क्षेत्रों का उपयोग करना मुश्किल हो सकता है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) -: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) भारत में एक सरकारी एजेंसी है जो मौसम और जलवायु का अध्ययन करती है। वे मौसम पूर्वानुमान और चेतावनियाँ प्रदान करते हैं ताकि लोग विभिन्न मौसम स्थितियों के लिए तैयार हो सकें।

निम्न दबाव क्षेत्र -: निम्न दबाव क्षेत्र वह क्षेत्र होता है जहाँ वायुमंडलीय दबाव आसपास के क्षेत्रों की तुलना में कम होता है। यह अक्सर बादल वाले मौसम की ओर ले जाता है और बारिश और तूफान का कारण बन सकता है।

बंगाल की खाड़ी -: बंगाल की खाड़ी भारत के पूर्व में एक बड़ा जल निकाय है। यह भारतीय महासागर का हिस्सा है और अक्सर आसपास के क्षेत्रों के मौसम को प्रभावित करता है।

ऑरेंज अलर्ट -: ऑरेंज अलर्ट मौसम एजेंसियों द्वारा जारी की गई चेतावनी है जो यह संकेत देती है कि गंभीर मौसम, जैसे भारी बारिश या तूफान, की उच्च संभावना है। इसका मतलब है कि लोगों को तैयार रहना चाहिए और सावधानियाँ बरतनी चाहिए।

उत्तर-पूर्व मानसून -: उत्तर-पूर्व मानसून एक मौसम पैटर्न है जो भारत के कुछ हिस्सों, विशेष रूप से दक्षिणी क्षेत्रों में, अक्टूबर से दिसंबर के महीनों के दौरान बारिश लाता है।

मछुआरों की चेतावनी -: मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी जाती है जब मौसम खराब होता है, क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है। यह चेतावनी उन्हें तेज हवाओं और ऊँची लहरों से सुरक्षित रखने में मदद करती है।

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