दिल्ली में दशहरा समारोह: राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री होंगे शामिल

दिल्ली में दशहरा समारोह: राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री होंगे शामिल

दिल्ली में दशहरा समारोह

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की उपस्थिति

नई दिल्ली में, भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित दशहरा समारोह में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम शनिवार को शाम 5:30 बजे शुरू होगा।

कार्यक्रम का विवरण

श्री धार्मिक लीला समिति के महासचिव धीरज धर गुप्ता ने घोषणा की कि इस कार्यक्रम में तीन पुतलों का पारंपरिक दहन होगा। रामलीला कार्यक्रम पिछले 8 से 10 दिनों से चल रहा है, जो समिति के 101वें वर्ष का उत्सव है। रावण के पुतले की ऊंचाई आमतौर पर 70 फीट होती है, और प्रधानमंत्री की उपस्थिति के कारण सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं, जिसमें विशेष सुरक्षा समूह (SPG) सुरक्षा की देखरेख कर रहा है।

भारत का सबसे ऊंचा रावण पुतला

इस बीच, श्री राम लीला सोसाइटी ने भारत का सबसे ऊंचा रावण पुतला बनाया है, जो द्वारका के सेक्टर 10 में 211 फीट ऊंचा है। आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेश गहलोत ने बताया कि यह पुतला समाज में बढ़ते पापों का प्रतीक है, जिसे दशहरा के दिन, 12 अक्टूबर 2024 को जलाया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी और अन्य भाजपा नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है।

दशहरा का महत्व

दशहरा, जिसे ‘विजयादशमी’ भी कहा जाता है, बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव है, जो भगवान राम द्वारा रावण के पराजय की याद दिलाता है। यह दुर्गा पूजा और नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव का समापन करता है।

Doubts Revealed


द्रौपदी मुर्मू -: द्रौपदी मुर्मू भारत की राष्ट्रपति हैं। वह देश की प्रमुख हैं और महत्वपूर्ण मामलों में भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं।

नरेंद्र मोदी -: नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं। वह सरकार के नेता हैं और देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।

दशहरा -: दशहरा एक लोकप्रिय भारतीय त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की विजय का जश्न मनाता है। यह नवरात्रि के अंत को चिह्नित करता है और रावण के पुतलों के दहन के साथ मनाया जाता है।

श्री धार्मिक लीला समिति -: श्री धार्मिक लीला समिति एक समूह है जो दिल्ली में दशहरा समारोह का आयोजन करता है। वे त्योहार मनाने के लिए नाटकों और पुतला दहन जैसे कार्यक्रमों की व्यवस्था करते हैं।

पुतले -: पुतले बड़े मॉडल या आकृतियाँ होती हैं, जो अक्सर कागज और लकड़ी से बने होते हैं, जिन्हें दशहरा के दौरान बुराई की हार का प्रतीक मानकर जलाया जाता है।

श्री राम लीला सोसाइटी -: श्री राम लीला सोसाइटी एक संगठन है जो दशहरा के दौरान भगवान राम की कहानी से संबंधित नाटक और कार्यक्रम प्रस्तुत करता है। उन्होंने इस वर्ष भारत में सबसे ऊँचा रावण का पुतला बनाया है।

रावण -: रावण भारतीय महाकाव्य रामायण का एक पात्र है। उन्हें एक राक्षस राजा माना जाता है और भगवान राम द्वारा पराजित किया जाता है, जो अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है।

दुर्गा पूजा -: दुर्गा पूजा एक त्योहार है जो देवी दुर्गा की महिषासुर नामक भैंस राक्षस पर विजय का जश्न मनाता है। यह विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

नवरात्रि -: नवरात्रि एक नौ रातों का त्योहार है जो देवी दुर्गा की पूजा को समर्पित है। इसमें उपवास, नृत्य और देवी के विभिन्न रूपों का उत्सव शामिल है।

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