जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने टी-90 भीष्म टैंक के ओवरहाल का जश्न मनाया

जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने टी-90 भीष्म टैंक के ओवरहाल का जश्न मनाया

जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने टी-90 भीष्म टैंक के ओवरहाल का जश्न मनाया

नई दिल्ली, भारत

7 अक्टूबर को, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने दिल्ली छावनी के 505 आर्मी बेस वर्कशॉप में एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया। यह कार्यक्रम टी-90 भीष्म टैंक के सफल ओवरहाल का प्रतीक था, जो 2003 से भारत की मशीनीकृत सेनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है।

ओवरहाल का महत्व

टी-90 भीष्म टैंक अपनी अग्नि शक्ति, गतिशीलता और सुरक्षा के लिए जाना जाता है। ओवरहाल प्रक्रिया में टैंक को पूरी तरह से खोलकर फिर से बनाना शामिल था। 200 से अधिक हिस्सों को सावधानीपूर्वक हटाया और उन्नत तकनीकों का उपयोग करके फिर से जोड़ा गया।

तकनीकी उत्कृष्टता

वर्कशॉप में इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स (ईएमई) के कोर ने अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया और टैंक के घटकों को स्वतंत्र रूप से पुनर्निर्मित और परीक्षण किया। उन्होंने विशेष मशीनों और उपकरणों का उपयोग किया ताकि टैंक सभी प्रकार की जमीन पर संचालन के लिए तैयार हो सके।

जनरल द्विवेदी की प्रशंसा

जनरल द्विवेदी ने तकनीशियनों और अधिकारियों की समर्पण और कौशल की प्रशंसा की। उन्होंने उन्हें नवाचार और अपनी विशेषज्ञता को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। यह उपलब्धि भारत की आत्मनिर्भरता और रक्षा में तकनीकी प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

आत्मनिर्भर भारत

टी-90 टैंक का सफल ओवरहाल भारत की महत्वपूर्ण रक्षा प्लेटफार्मों को बनाए रखने और बढ़ाने की स्वदेशी क्षमताओं का प्रमाण है। यह आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से उन्नत रक्षा बल बनाने के देश के लक्ष्य के साथ मेल खाता है।

Doubts Revealed


जनरल उपेंद्र द्विवेदी -: जनरल उपेंद्र द्विवेदी भारतीय सेना में एक उच्च-रैंकिंग अधिकारी हैं, जो सेना प्रमुख के रूप में सेवा कर रहे हैं। वह भारतीय सेना के संचालन और प्रशासन की देखरेख के लिए जिम्मेदार हैं।

टी-90 भीष्म टैंक -: टी-90 भीष्म एक शक्तिशाली युद्धक टैंक है जिसका उपयोग भारतीय सेना द्वारा किया जाता है। यह अपने मजबूत कवच और उन्नत तकनीक के लिए जाना जाता है, जो भारत की रक्षा सेनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

505 आर्मी बेस वर्कशॉप -: 505 आर्मी बेस वर्कशॉप दिल्ली में एक सुविधा है जहां सैन्य उपकरण, जैसे टैंक, की मरम्मत और रखरखाव किया जाता है। यह सेना के वाहनों को अच्छी कार्यशील स्थिति में रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर -: इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर भारतीय सेना की एक शाखा है जो सैन्य उपकरणों के रखरखाव और मरम्मत के लिए जिम्मेदार है। वे सुनिश्चित करते हैं कि सभी मशीनरी और वाहन सही ढंग से कार्य कर रहे हैं।

आत्मनिर्भर भारत -: आत्मनिर्भर भारत, जिसका अर्थ है ‘स्व-निर्भर भारत’, भारतीय सरकार की एक पहल है जो भारत को अधिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए है। यह भारतीय निर्मित वस्तुओं और तकनीकों के उत्पादन और उपयोग को प्रोत्साहित करता है।

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