उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने 200वें बलिदान दिवस पर शहीदों को किया नमन

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने 200वें बलिदान दिवस पर शहीदों को किया नमन

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने 200वें बलिदान दिवस पर शहीदों को किया नमन

3 अक्टूबर को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजा विजय सिंह, सेनापति कल्याण सिंह और 1822-24 की क्रांति के 152 शहीदों को कुंजा बहादुरपुर, रुड़की में श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम ने 200वें बलिदान दिवस को चिह्नित किया। मुख्यमंत्री धामी ने भारत की स्वतंत्रता के लिए किए गए बलिदानों को याद रखने के महत्व पर जोर दिया और बलिदानी स्थल को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में मान्यता देने का प्रस्ताव रखा।

उन्होंने शहीद राजा विजय सिंह स्मारक और कन्या शिक्षा प्रसार समिति की शहीदों की कहानियों को उजागर करने के लिए प्रशंसा की। शहीदों के जीवन पर एक पुस्तक भी जारी की गई। इससे पहले, मुख्यमंत्री धामी ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की, उनके योगदान को स्वीकार किया।

धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आजादी का अमृत महोत्सव से प्रेरित होकर अनसंग नायकों को सम्मानित करने और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए चल रहे प्रयासों को उजागर किया।

Doubts Revealed


उत्तराखंड -: उत्तराखंड भारत के उत्तरी भाग में स्थित एक राज्य है, जो अपनी सुंदर पहाड़ियों और तीर्थ स्थलों के लिए जाना जाता है।

मुख्यमंत्री -: मुख्यमंत्री का अर्थ है राज्य का प्रमुख, जो भारतीय राज्य की सरकार का प्रमुख होता है।

पुष्कर सिंह धामी -: पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हैं, जो राज्य के प्रशासन के लिए जिम्मेदार नेता हैं।

1822-24 क्रांति -: 1822-24 क्रांति एक ऐतिहासिक घटना को संदर्भित करती है जहाँ लोगों ने भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता और न्याय की मांग की।

बलिदान दिवस -: बलिदान दिवस उन लोगों के बलिदानों को याद करने और सम्मानित करने का दिन है जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया।

रुड़की -: रुड़की उत्तराखंड का एक शहर है, जो अपने इंजीनियरिंग कॉलेज और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।

बलिदानी स्थल -: बलिदानी स्थल एक ऐसा स्थान है जो उन शहीदों की याद में समर्पित है जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

महात्मा गांधी -: महात्मा गांधी एक नेता थे जिन्होंने अहिंसात्मक तरीकों से भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

लाल बहादुर शास्त्री -: लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे, जो अपनी नेतृत्व क्षमता और ‘जय जवान जय किसान’ के नारे के लिए जाने जाते हैं।

पीएम मोदी -: पीएम मोदी का अर्थ है नरेंद्र मोदी, जो भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं, और देश के विकास के लिए उनकी पहलों के लिए जाने जाते हैं।

आत्मनिर्भर भारत -: आत्मनिर्भर भारत का अर्थ है एक ऐसा देश जो आर्थिक और तकनीकी रूप से खुद को समर्थन दे सके बिना अन्य देशों पर अधिक निर्भर हुए।

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