इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन और चंद्रयान 4 की योजनाओं की घोषणा की

इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन और चंद्रयान 4 की योजनाओं की घोषणा की

इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन और चंद्रयान 4 की योजनाओं की घोषणा की

नई दिल्ली [भारत], 18 सितंबर: इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने भारत के अंतरिक्ष मिशनों के बारे में रोमांचक खबरें साझा कीं। उन्होंने घोषणा की कि इसरो 2028 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (बीएएस-1) का पहला मॉड्यूल लॉन्च करने की योजना बना रहा है।

चंद्रयान 4 मिशन

एस सोमनाथ ने बताया कि चंद्रयान 4 मिशन चंद्रमा पर उतरने और वापस पृथ्वी पर लौटने की तकनीक का प्रदर्शन करेगा। यह मिशन भविष्य के मानव अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है, जो भारत की 2040 की दृष्टि का हिस्सा हैं।

भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय सरकार ने बीएएस-1 के विकास को मंजूरी दे दी है। लक्ष्य 2035 तक एक परिचालन अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करना है। 2018 में शुरू हुआ गगनयान कार्यक्रम, मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशनों के साथ इस प्रयास का समर्थन करेगा।

गगनयान कार्यक्रम

गगनयान कार्यक्रम का उद्देश्य दीर्घकालिक मानव अंतरिक्ष मिशनों के लिए तकनीकों का विकास और प्रदर्शन करना है। इसमें दिसंबर 2028 तक आठ मिशन शामिल होंगे, जिनमें से चार मिशन 2026 तक चल रहे कार्यक्रम के तहत और चार बीएएस विकास के लिए होंगे।

वित्तपोषण और लाभ

कार्यक्रम का बजट बढ़ाकर 20193 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इस पहल से वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रौद्योगिकी विकास और औद्योगिक भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे और अंतरिक्ष और संबद्ध क्षेत्रों में नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा।

Doubts Revealed


ISRO -: ISRO का मतलब Indian Space Research Organisation है। यह भारत की अंतरिक्ष एजेंसी है, जो अंतरिक्ष अनुसंधान और अन्वेषण के लिए जिम्मेदार है।

एस सोमनाथ -: एस सोमनाथ वर्तमान में ISRO के अध्यक्ष हैं। वह संगठन का नेतृत्व करते हैं और इसके परियोजनाओं और मिशनों की देखरेख करते हैं।

भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS-1) -: भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS-1) भारत के योजनाबद्ध अंतरिक्ष स्टेशन का नाम है। यह अंतरिक्ष में एक जगह होगी जहां अंतरिक्ष यात्री रह सकते हैं और काम कर सकते हैं।

चंद्रयान 4 -: चंद्रयान 4 ISRO का एक भविष्य का मिशन है जो चंद्रमा पर उतरने और नमूने वापस लाने के लिए है। यह वैज्ञानिकों को चंद्रमा के बारे में अधिक जानने में मदद करेगा।

गगनयान कार्यक्रम -: गगनयान कार्यक्रम भारत की परियोजना है जिसमें मनुष्यों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इसमें मिशन शामिल हैं जहां अंतरिक्ष यात्री यात्रा करेंगे और अंतरिक्ष में काम करेंगे।

₹ 20193 करोड़ -: ₹ 20193 करोड़ वह राशि है जो भारतीय सरकार ने गगनयान कार्यक्रम के लिए आवंटित की है। यह अंतरिक्ष मिशनों का समर्थन करने के लिए एक बहुत बड़ी राशि है।

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